न्यूयॉर्क। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यभार संभालने के विरोध में आयोजित मार्च में लाखों महिलाएं शामिल हुई थीं। इसके ठीक एक वर्ष बाद ट्रंप और उनके प्रशासन की नीतियों के खिलाफ समूचे अमरीका के शहरों में प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक इनमें से न्यूयॉर्क में सबसे विशाल मार्च निकाला गया। करीब 85,000 प्रदर्शनकारियों ने इंटरनेट पर इसके लिए पंजीकरण कराया। हालांकि, प्रदर्शनकारियों की वास्तविक संख्या इससे अधिक हो सकती है। मेयर के कार्यालय के अनुसार 2017 में यह संख्या चार लाख थी।
न्यूयॉर्क में रहने वाली लीजा और मेरेली ने मार्च के बाद एफे को बताया कि लोग सेंट्रल पार्क के पश्चिम में होने वाली रैली में शामिल होने के लिए सुबह ही जुटने लगे थे और यह रैली ऊर्जा, सशक्तीकरण और एकता की भावना से भरपूर थी।
रैलियों में ट्रंप की नीतियों की व्यापक आलोचना हुई और उनमें शामिल लोग व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति के आने के एक वर्ष पूरे होने को लेकर नारा लगाते हुए कह रहे थे, “वेलकम टू द फर्स्ट ईयर, वाय द हेल आर यू स्टिल हेयर? (अपने पहले वर्ष में आपका स्वागत है, आप अब भी यहां क्यों है?)”
हालांकि, ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों के रुख को नजरअंदाज करते हुए ट्विटर पर लिखा कि हमारे महान देश में इस समय खूबसूरत मौसम है, सभी महिलाओं के मार्च में शामिल होने के लिए यह दिन बिल्कुल उपयुक्त है।
ट्रंप ने साथ ही कहा कि अमरीका में पिछले 18 वर्षो में महिला बेरोजगारी अपने न्यूनतम स्तर पर रही है। इस सबके बावजूद, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों में ट्रंप प्रशासन की आव्रजन और स्वास्थ्य सुविधा नीतियों के खिलाफ नाराजगी नजर आई। उन्होंने महिलाओं, आव्रजकों और एलजीबीटी समुदाय के सदस्यों के लिए समान अधिकारों की मांग की और यौन उत्पीड़न के खिलाफ नारीवादी नारे लगाए।
नेवादा की राजधानी लास वेगास में मार्च ‘पावर टू द पोल्स’ अभियान पर केंद्रित रहेगा। अन्य प्रमुख शहर जहां शनिवार को हजारों लोग सड़कों पर उतरे उनमें वॉशिंगटन, डेनवेर, सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजेलिस रहे।
अर्जेटीना, केन्या, चीन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और रोम जैसे देशों में शनिवार और रविवार को सैकड़ों वैश्विक महिला अधिकार मार्च और कार्यक्रम आयोजित हैं।