सिडनी। भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने गत विजेता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ICC महिला T-20 विश्वकप के पहले मुकाबले में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली पूनम यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके दमदार प्रदर्शन से भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
लेग स्पिनर पूनम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्वकप के पहले मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए 19 रन पर चार विकेट झटके थे जिसकी मदद से भारत ने मेजबान टीम को 17 रन से मात देकर अपने अभियान की विजयी शुरुआत की थी।
मिताली ने कहा कि पूनम की गेंदबाजी ने मैच का रुख पलट दिया। वह मौजूदा समय में भारतीय टीम की सर्वश्रेष्ठ स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं और इस मुकाबले में उन्होंने एक बार फिर इस बात को साबित किया है।
वनडे कप्तान ने कहा कि यह मैच रोमांच से भरा था और मुकाबले में कई उतार चढ़ाव देखने को मिले। यह टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत इसलिए नहीं है क्योंकि भारत ने गत विजेता ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में मात दी बल्कि यह इसलिए भी बेहतर हैं क्योंकि टीम ने एकजुटता के साथ मैच में प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि मैच में किसी भी वक्त ऐसा नहीं लगा कि मुकाबला एकतरफा है। पहले भारत के जल्दी विकेट गिरे और इसके बाद भारतीय पारी संभली तथा आस्ट्रेलिया को 133 रन का लक्ष्य दिया। भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनोें ही टीमों ने मैच में अपनी क्षमता के अनुरुप प्रदर्शन किया जिससे दर्शकों को मैच देखने में मजा आया।
मिताली ने कहा कि दीप्ति ने जेमिमा रॉड्रिग्स के साथ साझेदारी कर भारत की मैच में वापसी कराई और इसके बाद पूनम ने अपनी फिरकी में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को नचा कर मैच का रुख पूरी तरह बदल कर रख दिया। मेजबान टीम के मध्य क्रम को पूरी तरह ध्वस्त करने के बाद मुकाबला पूरी तरह भारत के पक्ष में गया। शेफाली वर्मा ने अपने पदार्पण से ही मुझे बेहद प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा कि भारत का आत्मविश्वास इस जीत से काफी बढ़ा है लेकिन विश्वकप में अभी बहुत कुछ होना है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला बताता है कि टूर्नामेंट कितना चुनौतीपूर्ण है। यह दर्शाता है कि आप आईसीसी रैंकिंग में किस स्थान पर हो यह महत्वपूर्ण नहीं है। सभी ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी की बात कर रहे हैं क्योंकि वह 133 रन के लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकी।
मिताली ने कहा कि यह देखकर काफी अच्छा लगता है जब दर्शक मुकाबला देखने मैदान में आते हैं। आप हमेशा भारतीय दर्शक को भारी मात्रा में मैदान में अपने देश का समर्थन करते देखना चाहते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कहां खेल रहे हैं लेकिन भारतीय दर्शकों के बीच खेलना हमेशा सुखद होता है।