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कृषि कानूनों पर बोले मोदी, गंगा जल जैसी पवित्र नीयत से हो रहा है काम - Sabguru News
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कृषि कानूनों पर बोले मोदी, गंगा जल जैसी पवित्र नीयत से हो रहा है काम

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कृषि कानूनों पर बोले मोदी, गंगा जल जैसी पवित्र नीयत से हो रहा है काम

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नये कृषि कानून को लेकर किसानों के बीच उत्पन्न आशंकाओं के लिए कांग्रेस की ओर इशारा करते उसे जिम्मेवार ठहराया तथा अपने छह वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों को ऐतिहासिक करार देते हुए सोमवार को यहां कहा कि गंगा जल जैसी पवित्र नीयत से काम किया जा रहा है, जिसके बेहतर परिणाम आने शुरू हो गये हैं और किसी को भी भ्रम में पड़ने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मिर्जामुराद के खजुरी में 2,447 करोड़ रुपए की राष्ट्रीय राज मार्ग परियोजना के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के साथ दशकों से धोखा एवं छलावा किया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19 के हंडिया (प्रयागराज)-राजातालाब (वाराणसी) खंड की छह लेन वाली चौड़ीकरण परियोजना को राष्ट्र को समर्पित किया। इससे वाहनों का आवागमन आसान हो गया है और आने-जाने में अब एक घंटे कम लगने की संभावना है।

मोदी ने कहा कि वर्षों तक केंद्र की सत्ता में रही कांग्रेस का नाम लिये बिना कहा कि पिछली सरकारों के दौरान किसानों को तरह-तरह के धोखे दिए जा रहे थे। कभी फसलों के न्यूनतम मूल्य दिलाने के नाम पर तो कभी सिंचाई परियोजनाओं के नाम पर और कभी किसानों के बकाया रिण माफ करने के लिए। इन सब का लाभ कभी भी किसानों को नहीं मिल पाता था। इसलिए उनकी स्थिति लगातार खराब होती चली गई।

उन्होंने कहा कि किसानों के साथ बार-बार छल करने वाले लोग नए कृषि कानूनों के खिलाफ आजकल भ्रमण फैला रहे हैं, जिनके लिए अनेक राजनीतिक दलों की ओर से वर्षों से मांग की जाती रही है। नए कानून से किसानों को लाभ मिलने शुरू हो गए हैं। आने वाले समय में देश के सभी छोटे-बड़े किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा लेकिन जो लोग किसानों के साथ छल करते रहें, वे चौबीसों घंटे भ्रमण फैलाने का काम कर रहे हैं। जिससे सावधान रहने की जरूरत है।

श्री मोदी ने कहा कि जिन किसानों को नए कृषि क़ानूनों को लेकर कोई आशंका है, उसे सरकार लगातार दूर कर रही है तथा इस प्रकार के प्रयास आगे जारी रहेंगे।

मोदी ने कृषि से संबंधित नए कानूनों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार अब ‘प्रकल्प के साथ विकल्प’ भी उपलब्ध करा रही है। किसानों को अच्छी फसल उगाने के लिए यूरिया खाद के लिए रात-रात भर न तो जागना पड़ता है और न ही पुलिस की लाठियां खानी पड़ती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले की सरकारों में किसानों को यूरिया ब्लैक में लेना पड़ता था लेकिन 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद की व्यवस्था की गई। अब किसी को भी आसानी से खाद उपल्बध होता है।

उन्होंने कहा कि बेहतर फसलों के साथ-साथ उसके भंडारण एवं बड़े बाजारों तक पहुंचाने लिए भी सरकार ने उपयुक्त उपाय किए हैं। इसके लिए एक लाख करोड़ रुपए के विशेष फंड रखा गया है। वाराणसी में भी कई वातानुकूलित भंडार गृह की व्यवस्था की गई है। इसका लाभ पूर्वांचल के किसानों को मिलने लगा है। देश-विदेश के बाजारों तक कृषि उपज पहुंचाने के लिए विशेष रेल गाड़ी चलाई गई है। इसे चलता फिरता स्टोरेज भी कहा जा रहा है।

मोदी ने कहा कि हवाई सेवा बेहतर होने के कारण वाराणसी का लंगड़ा एवं दशहरी का स्वाद और खुशबू लंदन और मीडिल ईस्ट तक पहुंच रहा है। हवाई मार्ग से सब्जियां खाड़ी के देशों तक पहुंचाया जा रहा है। जल मार्ग का काम पूरा होने के बाद इसका और अधिक लाभ किसानों मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों के मुनाफा बढ़ाने के अपने वादे पर वे लगातार काम कर रहें हैं। अन्य उपायों के साथ-साथ वाराणसी के पड़ोसी जिले चंदौली में प्रयोग के तौर काले चावल की खेती शुरू की गई है। इसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं। कुछ किसानों ने उसकी खेती की थी जिससे उन्हें उन्हें कई गुणा अधिक कीमत मिली है। सामान्य तौर पर उन्हें 35-40 रुपए प्रति किलो चावल की कीमत मिलती थी लेकिन काले चावल 300 रुपए किलों के भाव से बिक रहा है। यही चावल ऑस्ट्रेलिया में निर्यात करने पर 850 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। उन्होंने कहा कि इससे प्रभावित होकर इस बार जिले के 1000 किसानों ने इस विशेष किस्म की चावल की खेती की है। सरकार ऐसे किसानों का हौसला बढ़ाने के लिए हर संभव मदद कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल योजना से चार करोड़ किसानों को लाभ हो रहा है। इसके अलावा अनेक योजनाएं चल रही है, जिससे किसानों की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है। सरकार किसानों के बैंक खातों में साल में तीन बार रुपए पहुंचाने का जो वादा किया था, उसे वह पूरा कर रही है। लेकिन इस मामले में भी विपक्षी दलों द्वारा लगातार भ्रम फैलाए गए थे जो गलत साबित हुए। कृषि से संबंधित कानूनों के मामले में भी ऐसा ही होने वाला है क्योंकि किसानों को मदद करने के मामले में सरकार की नियत गंगा जल जैसी पवित्र है।

मोदी ने केंद्र की पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान किसानों की फसलों की खरीद के आंकड़ों की तुलना में कहीं अपने कार्यकाल में खीदने का दावा दावा किया। उन्होंने 2014 से पहले के पांच साल में केंद्र सरकार द्वारा किसानों की फसल खरीदने के कुछ आंकड़े दिए। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले के पांच वर्षों सरकार ने 650 करोड़ रुपए की दलहन एमएसपी के आधार खरीदी लेकिन उनकी सरकार ने करीब 75 फीसदी अधिक यानी 49 हजार करोड़ रुपए की खरीददारी की।

इसी प्रकार से गेहूं डेढ़ लाख करोड़ की तुलना में तीन लाख करोड़ रुपए की खरीदारी कर पैसे किसानों के खातों में पहुंचा दिए गए। धान खरीद के मामले में दो लाख करोड़ की तुलना में पांच लाख करोड़ यानी करीब ढाई गुणा अधिक पैसे किसानों के खाते तक पहुंचाए गए।

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को विकास के मामले में ‘एक्सप्रेस प्रदेश’ करार देते हुए कहा कि यहां हजारों करोड़ रुपए की लागत से ढांचागत विकास की परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा इनका लाभ भी किसानों को मिलेगा।

उन्होंने वाराणसी-प्रयागराज राज मार्ग के छह लेन में बदलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अब इसका लाभ आम लोगों को आवाजाही मिलने के साथ ही कांवरियों एवं कुंभ मेले में आने वाले लोगों को भी मिलेगा।

मोदी ने कहा कि बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से वाराणसी में एवं आसपास के क्षेत्रों में हजारों करोड़ रुपये की अनेक विकास परियोजनाएं पूरी हुई हैं। शहर में निर्माणाधीन दो रिंग मार्गों का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में इसे पूरा कर लिए जाएंगे और इसके बाद सुल्तानपुर, गाजीपुर, गोरखपुर आने क्षेत्रों से आने वाले लोगों वाराणसी के शहरी इलाकों में आने-जाने की मजबूरी नहीं रहेगी। वे सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 से जुड़कर प्रयागराज की ओर या अन्य इलाकों में आसानी से आवाजाही कर सकेंगे।