अजमेर। वर्ल्ड एनस्थीसिया डे के उपलक्ष्य में रविवार को जेएलएन मेडिकल कालेज के एनेस्थीसिया विभाग और सोसाइटी ऑफ एनेस्थीसिया के संयुक्त तत्वावधान में शाम साढे पांच बजे सिटी स्क्वायर मॉल में एक वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। इसमें सीपीआर के जरिए हृदयाघात पीडित की मदद के तरीके बताए जाएंगे।
जेएलएन मेडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर एवं अतिरिक्त अधीक्षक डॉ अरविन्द खरे ने बताया कि आम आदमी किस तरह सीपीआर के जरिए हृदयाघात मरीज का मददगार साबित हो सकता है इसके बारे में एनेस्थीसिया डॉक्टरों की टीम मिलकर चेस्ट कंप्रेशन ओनली सीपीआर का नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर आमजन को इसका अभ्यास करने का तरीका बताएंगे।
भारत में हृदयाघात से होने वाली मौत के आंकडों को को सीपीआर करके कंट्रोल किया जा सकता है साथ ही असमय मृत्यु के आगोश में जाने वाले के जीवन को बचाया जा सकता है। सीपीआर एक सरल सुगम आसान प्रक्रिया है। जिसे कोई भी एक बार आप अभ्यास करके सीख सकता हैं, इसको सीखने के बाद जब कभी भी इसकी आवश्यकता पड़े तो किसी को भी सीपीआर करके जान बचा सकते हैं।
निवेदन है कि इस प्रशिक्षण में अधिक से अधिक लोग सीखने के लिए आए और किसी भी विपरीत परिस्थिति में जरूरत पड़ी तो वह खुद आगे बढ़कर पीड़ित व्यक्ति की मदद करे।