अजमेर। राजस्थान के अजमेर में राष्ट्रीय पोषण अभियान की चल रही गतिविधियों को परखने के लिए विश्व बैंक के दल ने आज कई आंगनबाड़ी केंद्रों का जायजा लिया। दल में पंद्रह से अधिक देशों के लगभग सौ प्रतिनिधि शामिल रहे।
अजमेर जिले के तीन केंद्रों पर अलग अलग दल बनाकर टीम ने पोषण कार्यक्रम की जानकारी ली। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विश्व बैंक की टीम को जिले के श्रीनगर परियोजना की गगवाना प्रथम, गगवाना द्वितीय एवं घूघरा आगनबाड़ी केंद्रों का अवलोकन कराया।
इस मौके पर गोद भराई रस्म के माध्यम से समुचित पोषण की जानकारी दी गई। पोषण कार्यक्रम के तहत कुपोषण, गर्भवती महिलाओं में होने वाली बीमारियां, पौष्टिक आहार, आयरन की कमी आदि पर भी ध्यान रखा गया।
सभी दलों का हुआ विचार विमर्श
समारोह के पश्चात तीन दलों के सदस्यों के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों से पोषण अभियान के संबंध में विचार विमर्श हुआ। इस मौके पर कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने जिले में पोषण कार्यक्रम के तहत किए गए कार्यों को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पोषण अभियान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की फ्लेगशिप योजना में है।
विभिन्न विभागों के समन्वय से इसमें अनेक गतिविधियां की गई। जिनमें आंगनबाड़ी मेला, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, स्कीम फॉर एडोलिसेंट गल्र्स, जननी सुरक्षा योजना, नेशनल हैल्थ मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, पब्लिक ढिस्ट्ररीब्यूशन सिस्टम, महानरेगा तथा पेयजल एवं स्वच्छता मिशन प्रमुख है।
उन्होंने बताया कि अभियान जब आरम्भ हुआ तब अजमेर जिले में एनिमिया, जन्म दर काफी कम थी लेकिन अभियान के तहत लक्ष्य तय कर कार्य प्रारम्भ किया गया। उसे सभी विभागों के सामुहिक प्रयासों से तय किया गया। इसके लिए प्रभावी फर्म वेतन एवं मूल्यांकन कर डाटा एकत्र किए गए। उसे साप्ताहिक में त्रैमासिक रूप से समीक्षा की गई।
पूरे अभियान को एक चैलेंज के रूप में स्वीकार करते हुए मियमित फिल्ड भ्रमण, फिल्ड में काम करने वाली एजेंसियों से विचार विमर्श किया गया। मॉनिटरिंग के लिए कॉमन एप्लीकेशन सोफ्टवेयर तैयार कर डाटा फिडिंग किए गए। तत्पश्चात उसे नियमित रूप से समीक्षा की जाती रही।
कलक्टर ने बताया कि आज 0 से 6 वर्ष के 59 बच्चों, 61 हजार 818 प्रसूताओं तथा 24 हजार 287 धात्री महिलाओं तक पहुंच कर लाभान्वित किया है। 81 प्रतिशत बच्चों का वजन एवं ऊचांई की मॉनिटरिंग जनवरी माह तक की जा चुकी है। समस्त अभियान में अजमेर जिला प्रदेश में द्वितीय स्थान पर है। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि जिला अभिसरण योजना समिति की नियमित त्रैमासिक बैठक में समीक्षा कर कुपोषण व एनिमिया को कम करने का प्रयास किया जाता रहेगा।
इस मौके पर तीनों दलों के प्रतिनिधियों ने अभियान के संबंध में जिला कलक्टर से विचार विमर्श भी किया। प्रारम्भ में राष्ट्रीय पोषण अभियान की नताशा खुराना ने स्वागत किया वहीं अंत में आभार उपखण्ड अधिकारी अंजली राजोरिया ने व्यक्त किया।
दल के आंगनबाड़ी केंद्रों के भ्रमण के दौरान टीम के साथ कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अबू सुफियान, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्योति ककवानी, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक अनुपमा टेलर, जनसपंर्क उपनिदेशक महेशचंद शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना शर्मा सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।