नई दिल्ली। बेशुमार दौलत से भरपूर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर रमन का मानना है कि कोरोना वायरस के कारण अगर आईपीएल के 13वें सत्र को रद्द किया जाता है तो वैश्विक क्रिकेट इसके नुकसान को बर्दाशत नहीं कर पाएगा।
आईपीएल का आयोजन 29 मार्च से होना था लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देशभर में जारी लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था।
हालांकि बीसीसीआई के सूत्रों का मानना है कि सितंबर से नवंबर के बीच इसके आयोजन के लिए विंडो तैयार किया जा रहा है लेकिन यह तभी संभव है जब इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवम्बर में होने वाले टी-20 विश्वकप को स्थगित किया जाए।
बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने हाल ही में कहा था कि अगर इस साल आईपीएल रद्द किया जाता है तो इससे बोर्ड को करीब चार हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा। आईपीएल के पूर्व मुख्य कार्य़कारी अधिकारी रमन का भी मानना है कि आईपीएल के रद्द होने से क्रिकेट बोर्ड को आर्थिक तौर पर काफी नुकसान होगा और वैश्विक क्रिकेट इस नुकसान को बर्दाशत नहीं कर पाएगा।
रमन का कहना है कि आईपीएल साल में एक बार होता है और इससे वैश्विक क्रिकेट के राजस्व का 40 प्रतिशत हिस्सा आता है इसलिए इसके रद्द होने से ज्यादा नुकसान होगा।
आईपीएल और टी-20 विश्वकप में से किसी एक टूर्नामेंट के आयोजन होने की संभावना पर रमन ने कहा कि ऐसी स्थिति में आईपीएल को आयोजित कराना चाहिए। उनके अनुसार दर्शकों के बिना अगर टी-20 विश्वकप का आयोजन होता है तो इससे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को टिकट राजस्व में लाभ नहीं मिलेगा जबकि आईपीएल दर्शकों के बिना भी टीवी रैटिंग के माध्यम से बड़ा राजस्व ला सकता है और इससे फ्रेंचाइजी तथा बोर्ड को निश्चित रुप से फायदा होगा।
रमन ने कहा कि आईपीएल से अकेले खिलाड़ियों को 10 करोड़ रुपये डॉलर का वेतन मिलता है जो आईसीसी के तीन चार सदस्य बोर्डों के कुल प्रसारण राजस्व के बराबर है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पिछले वर्ष एकदिवसीय विश्वकप होने के बावजूद आईपीएल का राजस्व विश्वकप से 30 प्रतिशत ज्यादा था और यह इस बात का सबूत है कि इस टूर्नामेंट का रद्द होना आर्थिक रुप से कितना नुकसान पहुंचा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस साल टी-20 विश्वकप होने के बावजूद आईपीएल के राजस्व का अनुमान टी-20 विश्वकप की तुलना में 70 फीसदी ज्यादा लगाया गया है। रमन ने कहा कि मौजूदा स्थिति में इन दोनों टूर्नामेंट का रद्द होना इस साल क्रिकेट पर आर्थिक रुप से गंभीर प्रभाव डालेगा।