नई दिल्ली। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने आईसीसी विश्वकप में भारतीय टीम के संयोजन को लेकर कहा है कि उनके अनुसार यदि अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी पांचवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतरेंगे तो टीम के लिए फायदेमंद होगा।
सचिन ने कहा कि धोनी को अपने नियमित पांचवें नंबर पर ही डटे रहना चाहिये क्योंकि टीम के पास चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने के लिये कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी मौजूद हैं। इससे पहले टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि वह चाहते हैं कि धोनी को क्रम में ऊपर चौथे नंबर पर भेजा जाना चाहिये।
भारत की 15 सदस्यीय टीम में अंबाटी रायुडू, रिषभ पंत, विजय शंकर और विकेटकीपर दिनेश कार्तिक चौथे क्रम पर खेलने के दावेदार हैं जो टीम का सबसे अधिक चर्चित क्रम है।
सचिन ने कहा कि मेरी व्यक्तिगत राय है कि धोनी को पांचवें नंबर पर ही बल्लेबाजी करनी चाहिये। मैं नहीं जानता कि टीम का संयोजन क्या है लेकिन हमारे पास शिखर और रोहित के रूप में ओपनर हैं जबकि विराट चौथे नंबर पर हैं। कोई अन्य पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता है जबकि धोनी पांचवें नंबर पर अच्छे उम्मीदवार हैं। इसके बाद हार्दिक पांड्या आक्रामक खिलाड़ी हैं जो निचले क्रम पर अच्छा कर रहे हैं।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने क्रिकइंफो से कहा कि चौथे क्रम को लेकर काफी चर्चा की जा चुकी है, लेकिन मेरा मानना है कि यदि आपके पास बढ़िया बल्लेबाज़ हैं तो उन्हें किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिये खुद को तैयार करना चाहिए। हमारे पास प्रतिभाएं हैं जो हमारे लिए अपेक्षा के अनुरूप खेल सकती हैं।
हार्दिक पांड्या की विश्वकप में अहमियत को लेकर सचिन ने कहा कि आईपीएल के प्रदर्शन को देखकर पता चलता है कि वह किस तरह गेंद के साथ संपर्क बैठाते हैं और बिना परखे नहीं खेलते हैं। वह अपने शॉट्स को देखते हैं और फिर खेलते हैं, यही कारण है कि वह लगातार लय में खेल पाते हैं। यही बात उनके हक में काम आएगी। हार्दिक इंग्लैंड में पूरे आत्मविश्वास और उर्जा के साथ गए हैं और मैदान पर भी यह दिखाई देगा।
सचिन ने कहा कि हार्दिक के लिए यह बड़ा टूर्नामेंट होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि हम एक टीम के तौर पर आगे बढ़ें और आखिरी तक जाएं तथा पूरे देश को खुश होने और जश्न मनाने का अवसर दें।
टीम इंडिया में एकमात्र बाएं हाथ के बल्लेबाज़ शिखर धवन को लेकर दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि सलामी बल्लेबाज़ को जितना हो सके देर तक टिके रहकर टीम को बढ़िया शुरूआत दिलाने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि बाएं हाथ का खिलाड़ी होना हमेशा अच्छा होता है क्योंकि गेंदबाज़ को उसके हिसाब से खेलना पड़ता है और उसे लगातार यह ध्यान में रखना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि बाएं हाथ के बल्लेबाज़ को लेग स्पिनर या किसी भी गेंदबाज़ पर लगातार दबाव बनाये रखने पर ध्यान देना चाहिए। शिखर के लिये ज़रूरी होगा कि वह जितना हो सके टिककर बल्लेबाज़ी करें। भारतीय टीम 25 मई को न्यूजीलैंड तथा 28 मई को बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच खेलेगी और 5 जून को मुख्य टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभियान शुरू करेगी।