अजमेर। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर में वर्ल्ड किडनी डे के अवसर पर गुरुवार को सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक निःशुल्क किडनी व मूत्र रोग परामर्श शिविर आयोजित हुआ। शिविर में हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ रणवीरसिंह चौधरी तथा यूरोलॉजिस्ट डॉ संतोष कुमार धाकड रोगियों को निःशुल्क परामर्श दिया।
निदेशक सुनील मित्तल ने बताया कि शिविर के दौरान चिकित्सक द्वारा निर्देशित रोगियों की यूरोफ्लोमिट्री जांच निःशुल्क की गई। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड किडनी डे के अवसर पर हॉस्पिटल की ओर से 12 से 18 मार्च 21 तक गुर्दा व मूत्र रोग से संबंधित हैल्थ चैक अप पैकेजेज भी विशेष रियायती दर पर रोगियों के लिए उपलब्ध कराए गए हैं।
गुर्दा रोगों की जांच का पैकेज मात्र 700 रुपए में वहीं मूत्र रोग से संबंधित जांचों का पैकेज मात्र 850 रुपए में उपलब्ध कराया गया है। इन जांचों की सामान्य दरें करीब दो हजार रुपए तक हैं। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त शिविर में पंजीकृत रोगियों को अन्य निर्देशित जांचों पर 25 प्रतिशत तथा ऑपरेशन व प्रोसीजर्स पर 10 प्रतिशत की छूट अगले सात दिवस तक दी जाएगी।
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ रणवीरसिंह चौधरी ने बताया कि इस बार बर्ल्ड किडनी डे की थीम गुर्दे की बीमारी के साथ अच्छे से रहना रखा गया है। उन्होंने रोगियों को सलाह दी कि किडनी की बीमारी का शुरुआती अवस्था में ही नेफ्रोलॉजिस्ट की परामर्श से उपचार किया जाए तो किडनी को फैल होने से बचाया जा सकता है।
डॉ रणवीर ने बताया कि किडनी के मरीज को हृदय की बीमारी होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है, लिहाजा मरीज को नियमित रूप से हार्ट चैक अप कराते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि खान पान में परहेज रखकर किडनी रोगी व डायलिसिस के रोगी अपना जीवन स्तर बेहतर बनाए रख सकते हैं। दर्द की दवाइयां नहीं खाने, अपना ब्लड प्रेशर व शुगर कंट्रोल रखने की हर अवस्था में किडनी रोगियों को सलाह दी जाती है।
यूरोलॉजिस्ट डॉ संतोष कुमार धाकड़ ने बताया कि उम्र बढ़ने के साथ मूत्र संबंधित समस्याएं विकसित हो जाती हैं, इन्हें समय रहते उपचारित कराया जाए तो समस्या नहीं बढ़ती। डॉ संतोष धाकड़ ने बताया कि सामान्य तौर पर पाया गया है कि मू़त्र व प्रौस्टेट से संबंधित समस्याओं को बुजुर्ग छिपाते रहते हैं। समस्या जब बढ़ जाती है तब तक देर हो चुकी होती है।
डॉ संतोष धाकड़ ने बताया कि शिविर में अजमेर व आस पास के क्षेत्र के बहुत से रोगियों ने परामर्श व जांच का लाभ उठाया। इनमें किडनी, मूत्रनली, पेशाब की नली की पथरी, प्रौस्टेट ग्रंथी का बढ़ना, दिन व रात को बार-बार पेशाब लगना, पेशाब की धार में कमी होना, पेशाब का बूंद बूंद टपकना, पेशाब का कैंसर खांसी व छींक के साथ पेशाब निकलने की समस्या से पीड़ित शिविर में पहुंचे। उल्लेखनीय है कि हॉस्पिटल में डायलिसिस की सुविधा व दूरबीन द्वारा ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध है।
शिविर के दौरान मित्तल हॉस्पिटल में कोविड-19 की सभी गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन किया गया। रोगी के प्रवेश के समय स्क्रीनिंग की सुविधा, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, मास्क की अनिवार्यता, और सैनिटाईजेशन नियमों का पूर्ण पालन किया गया।