चीन। कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया में लॉक डाउन की स्थिति है, वहीं दूसरी ओर चीन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है, यानी वहां की जिंदगी अब सामान्य होती जा रही है। यहां हम आपको बता दें कि चीन के हुबेई प्रांत के औद्योगिक शहर वुहान से कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। कोरोना की दहशत से पूरे दुनिया में लगभग 20 फ़ीसदी आबादी लॉकडाउन के चलते घरों में कैद है।
कई देशों में बाजार सरकारी और प्राइवेट दफ्तर पूरी तरह बंद है, वहीं यातायात के साधन भी जहां के तहां खड़े हुए हैं। चीन के हुबेई राज्य के लोग अब धीरे-धीरे घरों से बाहर निकलने लगे हैं, चीन में लोग अब काम पर जाने लगे हैं। अमेरिका, भारत, इटली, स्पेन ईरान आदि देश अभी कोरोना वायरस से बुरी तरह चपेट में है। इससे पहले बुधवार को दक्षिण कोरिया से भी यह संक्रमित मरीजों की संख्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है।
चीन के हुबेई में यातायात पर लगाए गए प्रतिबंध किए खत्म
हुबेई में यातायात पर लगाए गए प्रतिबंध खत्म कर दिए गए हैं, इससे वहां की आबादी को बहुत राहत मिली है। लोग अब ट्रेनों और बसों के टिकट कटा कर अपने लोगों से मिलने जा रहे हैं दफ्तर और खुल फैक्ट्रियां खुल गई हैं। लोग मास्क, जिपर बैग और कोरोना से लड़ने के लिए मदद करने वाली चीजे बनाने में जुट गए हैं,लोग बाहर निकल कर खुली हवा में सांस लेने के लिए सड़कों पर आ रहे हैं।
चीन में मंगलवार को कुल 47 कोरोना के मामले सामने आए, ये वो लोग हैं जो कहीं फंसे हुए थे और अब अपने देश वापस आ रहे हैं या जा रहे हैं। पिछले हफ्ते ये संख्या 78 थी, जो अब कम हो गई है। कोरोना वायरस को लेकर चीन और अमेरिका के बीच कई बार जबरदस्त बयानबाजी भी हो चुकी है। संसार भर में कोराेना फैलने के लिए अमेरिका ने चीन को दोषी ठहराया है।
चीन के वुहन शहर का 8 अप्रैल को खत्म किया जाएगा लॉकडाउन
कोरोना के चलते चीन के वुहान शहर में लगाए गए लॉक डाउन को अब अगले माह 8 अप्रैल को खत्म कर दिया जाएगा। इस समय चीन की सरकार कोरोना के उन मामलों पर ध्यान दे रही है जो दूसरे देशों से चीन में पहुंच रहे हैं, क्योंकि अब चीन में स्थानीय स्तर पर कोरोना के मामले सामने नहीं आ रहे हैं। हालांकि अब भी पूरे चीन में लोग चेहरे से मास्क नहीं हटा रहे हैं। जो लोग अपने काम पर लौटे हैं उन्हें सरकार द्वारा बताए गए कोरोना संबंधी नियमों का अभी भी पालन करना पड़ा रहा है।
ताकि फिर से ये दिक्कत न हो दफ्तरों, फैक्ट्रियों में जाने वाले लोगों की रोज 30 मिनट जांच हो रही है। उन्हें सारे हेल्थ कोड्स मानने पड़ रहे हैं, उन्हें ये बताना पड़ रहा है कि वे हाई रिस्क जोन में पिछले 14 दिनों से नहीं गए हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए यह राहत भरी खबर है। आपको बता दें कि आज शाम को जी-20 देशों का शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है इसमें जिनपिंग भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के सहारे मौजूद रहेंगे। इन देशों के सामने चीनी राष्ट्रपति अपने अनुभव और अपने विचार जरूर साझा करेंगे, ताकि अन्य देशों में भी कोराेना वायरस के चलते फायदा हो सके।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार