नई दिल्ली। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के कारण दुनिया भर में क्रिकेट गतिविधियां ठप्प पड़ जाने के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सुझाव दिया है कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को स्थगित कर दिया जाए।
विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम भारत टेस्ट चैंपियनशिप की तालिका में पहले स्थान पर मजबूती से विराजमान है और फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की प्रबल दावेदार है। ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है। भारत और ऑस्ट्रेलिया को इस साल के आखिर में चार टेस्टों की सीरीज खेलनी है जबकि ऑस्ट्रेलिया इस सीरीज को पांच टेस्ट की कराने की योजना बना रहा है।
कोविड-19 के दुनियाभर में लगातार बढ़ते हुए संक्रमण के कारण क्रिकेट आयोजन बुरी तरह प्रभावित हुए हैं जिसके मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) 2023 तक अपने भविष्य के कार्यक्रमों में बदलाव पर विचार करेगी।आईसीसी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई एक बैठक के बाद यह जानकारी दी थी।
आईसीसी के 12 पूर्णकालिक सदस्यों और तीन सहायक प्रतिनिधि देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने 2023 तक भविष्य के दौरों एवं कार्यक्रमों (एफटीपी) में आवश्यकता के अनुसार बदलाव करने पर सहमति जताई थी।
इस बैठक के बाद बीसीसीआई का सुझाव आया है कि विश्व चैंपियनशिप को स्थगित कर दिया जाए क्योंकि 2023 के भविष्य दौरा कार्यक्रम में बदलाव की योजना है। इस बैठक में कोई बड़ा फैसला नहीं लिया जा सका लेकिन बैठक में इस बाद पर सहमति थी कि ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवम्बर में होने वाला टी-20 विश्व कप और 2021 में फरवरी-मार्च में न्यूजीलैंड में होने वाले महिला वनडे विश्व कप अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगे।
आईसीसी बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि टी-20 विश्व कप को लेकर हर महीने समीक्षा की जाए और अगले एक महीने बाद यह तय कर लिया जाए कि विश्व कप का सही समय पर आयोजन किया जा सकता है या नहीं।
इस बैठक में सभी सदस्य देशों के मुख्य कार्यकारियों को आईसीसी के सभी टूर्नामेंटों के आयोजन को लेकर बनाई गयी योजना से अवगत कराया गया जिसमें इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाले टी-20 विश्व कप और 2021 का महिला क्रिकेट विश्व कप भी शामिल है।
आईसीसी की बैठक में यह फैसला किया गया कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और पुरुषों के क्रिकेट वर्ल्ड कप सुपर लीग को लेकर चर्चा और इससे संबंधित फैसले के लिए बाद में बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें सुपर लीग के आयोजन की नयी तारीखों का एलान किया जाएगा।
समझा जाता है कि बैठक में भारत एकमात्र बोर्ड था जिसने सामान्य स्थिति बहाल होने तक विश्व चैंपियनशिप को स्थगित करने की बात कही। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि बीसीसीआई के सचिव जय शाह चैंपियनशिप के बीच में यह सुझाव किस आधार पर दिया। इस चैंपियनशिप में नौ टीमों में हर टीम को दो वर्ष के चक्र में छह सीरीज खेलनी है और हर सीरीज में अधिकतम 120 अंक दांव पर रहेंगे। सभी टीमों ने अभी तक एक बराबर सीरीज नहीं खेली हैं। वेस्ट इंडीज और बंगलादेश अब तक एक-एक सीरीज ही खेल पाए हैं।
आईसीसी के महा प्रबंधक ज्यॉफ एलरडाइस ने कहा है कि विश्व संस्था को थोड़ा इन्तजार करना होगा और यह देखना होगा कि कोरोना के कारण विश्व क्रिकेट कितना बाधित होता है जिसके बाद टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे सुपर लीग का पुनर्निर्धारण करने के बारे में कोई फैसला लिया जाएगा। सुपर लीग से शीर्ष 10 टीमों को सीधे 2023 वनडे विश्व कप में जगह मिलेगी। टेस्ट चैंपियनशिप और सुपर लीग पर कोई अंतिम फैसला करने से पहले आईसीसी अक्टूबर तक इन्तजार करेगी।
आईसीसी के 12 पूर्णकालिक सदस्यों और तीन सहायक प्रतिनिधि देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने कोविड-19 के कारण अन्य खेलों की तरह क्रिकेट के सामने पैदा हुई चुनौती से निपटने के लिए एक-दूसरे के साथ सहयोग कर काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इस बैठक में सभी सदस्यों ने अपने-अपने देशों की मौजूदा स्थिति के बारे में भी जानकारी दी।
एफटीपी कार्यक्रम में 2023 तक बदलाव करने को लेकर सामूहिक रूप से समीक्षा करने पर सहमति बनी है। दरअसल, कोविड-19 के कारण आईपीएल समेत कई बड़े क्रिकेट टूर्नामेंटों को स्थगित अथवा रद्द किया जा चुका है। गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के कारण इंग्लैंड का श्रीलंका दौरा और ऑस्ट्रेलिया का न्यूजीलैंड दौरा पहले ही स्थगित हो चुका है जबकि पाकिस्तान और वेस्टइंडीज टीम के दौरों को लेकर भी आशंका जताई जा रही है।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनु साहनी ने बैठक के बाद कहा, इस वैश्विक महामारी के दौर में क्रिकेट को गति देने के लिए सभी सदस्य देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की ओर से व्यक्त की गयी प्रतिबद्धता को लेकर मैं उनके प्रति आभारी हूं। आईसीसी के सभी टूर्नामेंटों और द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज के आयोजन को लेकर हम मिलकर काम करेंगे।
साहनी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंटों को दोबारा शुरू करने को लेकर जिम्मेदारी भरे फैसले लेने होंगे। कोई भी फैसला लेने से पहले इन टूर्नामेंटों में शामिल होने वाले सभी लोगों के बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।