वाशिंगटन। फ्रांस की नन और दुनिया की सबसे उम्रदराज़ महिला ल्यूसिल रैंडन का 118 साल की उम्र में निधन हो गया है। सैंटे-कैथरीन-लेबर नर्सिंग होम के प्रवक्ता का हवाला देते हुए यह रिपोर्ट दी है।
एक बयान में मंगलवार को प्रवक्ता डेविड टावेला के हवाले से कहा गया कि बहुत दुख है लेकिन यह उसकी अपने प्यारे भाई से जुड़ने की इच्छा थी। उसके लिए यह एक मुक्ति है।
सुश्री रैंडन जिन्हें सिस्टर आंद्रे के नाम से भी जाना जाता था का जन्म 1904 में हुआ था। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने जापान के 119 वर्षीय केन तनाका के निधन के बाद अप्रैल 2022 में रैंडन को दुनिया का सबसे उम्रदराज जीवित व्यक्ति माना था।
सुश्री रैंडन ने 26 साल की उम्र में कैथोलिक धर्म में अपना लिया और बाद में 41 साल की उम्र में डॉटर्स ऑफ चैरिटी में एक नन के रूप में शामिल हो गई।
उन्होंने विशेष रूप से अपनी वृद्धावस्था के बावजूद 2021 में कोविड-19 से एक बार बच गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अपने डीएनए का परीक्षण करने के अनुरोधों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि केवल भगवान ही जानते हैं उनकी लंबी उम्र का रहस्य।
सबसे अधिक उम्र तक पहुंचने का रिकॉर्ड दक्षिणी फ्रांस के जीन कैलमेंट का है, जिनका 1997 में 122 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।