जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने पाॅपुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) पर प्रदेश में अशांति फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर राज्य की सुरक्षा और शांति के लिए पीएफआई पर बैन के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखना चाहिए।
डा पूनियां ने पीएफआई पर प्रतिबंध को लेकर आज मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि एक समय देश और प्रदेश में सिमी अराजकता का ऐसा कारक बन गई थी जिस पर प्रतिबंध लगा, पिछले दिनों एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं हुई तो हम यह सोचने पर विवश हुए कि यह केवल एक व्यक्ति की साजिश नहीं हो सकती, इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है।
उन्होंने कहा कि अब यह खुलासे में साबित हो गया कि उदयपुर में कन्हैयालाल की घटना हो और अमरावती की घटना, यह साफ तौर पर जो टेरर फंडिंग है, जो पीएफआई के जरिए हो रही है। पीएफआई टेरर फंडिंग में एक बड़ा जरिया बना है और लगभग दो लाख परिवारों तक बहरीन, कुवैत, अरब आदि देशों से पैसा ट्रांसफर होता है, यह प्रथम दृष्टया साबित हो गया कि एक बड़ा समूह प्रदेश में अराजकता और अशांति फैला रहा है।
उन्होंने कहा कि गहलोत इन बातों को बार-बार केंद्र के पाले में डालते हैं लेकिन प्रदेश की शांति और सुरक्षा का मसला राजस्थान सरकार की प्राथमिकता होना चाहिए, जो नहीं है।
पूनियां ने कहा कि जब यह साबित हो गया है कि पीएफआई प्रदेश में अशांति फैला रहा है, तो यह सही समय है कि बिना किसी सोच-विचार के, तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर राजस्थान की सुरक्षा और शांति के लिए गहलोत को पीएफआई पर बैन के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखना चाहिए।