पटना। बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का मजबूत विकल्प देने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने आज नया गठबंधन बनाने का ऐलान किया।
दलीय राजनीति से संन्यास ले चुके सिन्हा ने यहां शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि, देवेंद्र यादव,बिहार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह और रेणु कुशवाहा, पूर्व सांसद अरुण कुमार, लोक जनशक्ति पार्टी सेकुलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यानंद शर्मा, जनतांत्रिक विकास पार्टी के अनिल कुमार के साथ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गैर राजद और गैर राजग के खिलाफ उनका गठबंधन एक मजबूत विकल्प देगा। उनके गठबंधन का नारा है इस बार बदलें बिहार है।
सिन्हा ने कहा कि राजद और राजग को बिहार के लोगों ने 15-15 साल तक काम करने का मौका दिया लेकिन दोनों ही अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए किसी वादे पर खरा नहीं उतर पाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की तस्वीर बदलने के लिए 15 वर्ष का कार्यकाल किसी भी सरकार के लिए काफी होता है ।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 15 वर्ष के कुशासन को चुनौती देने के लिए सभी विपक्षी नेताओं को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि वह प्रत्येक सप्ताह सरकार की कारगुजारियों को मीडिया के समक्ष उजागर करेंगे।
सिन्हा खुद के चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि यह भविष्य तय करेगा। अभी इसपर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। जैसी परिस्थिति होगी, उस हिसाब से तब इसपर विचार किया जाएगा। उन्होंने इस प्रश्न का भी उत्तर नहीं दिया कि इस गठबंधन में कौन कौन लोग शामिल होंगे।
गौरतलब है कि सिन्हा ने 30 जनवरी 2018 को राष्ट्र मंच की शुरुआत की थी और उसी के एक कार्यक्रम में 21 अप्रैल 2018 को भाजपा से नाता तोड़ते हुए दलीय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा भी की थी।