नई दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार को भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन नेतृत्व को 1800 करोड़ रुपए चुकाने का उल्लेख करने वाली कथित ‘येदियुरप्पा डायरी’ की जांच नवनियुक्त लोकपाल से कराने की चुनौती दी।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक विशेष ब्रीफिंग में कहा कि मीडिया में एक डायरी सामने आई है जो कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की बताई गई है। इस डायरी के प्रत्येक पृष्ठ पर येदियुरप्पा के हस्ताक्षर हैं।
डायरी के अनुसार वर्ष 2007 से 2011 के बीच येदियुरप्पा ने भाजपा के शीर्ष नेताओं को 1800 करोड़ की ‘रिश्वत’ दी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस लेन-देन का जिक्र येदियुरप्पा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार की बातचीत के सार्वजनिक हुए टेप में भी था।
सुरजेवाला ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार को इस डायरी की जांच आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय या किसी अन्य सक्षम एजेंसी से करानी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या मोदी सरकार इस डायरी की जांच नवनियुक्त लोकपाल से कराएगी?
उन्होेंने कहा कि इस डायरी में उल्लेखित धन की जांच की जानी चाहिए। यह धन किन लोगों को और क्यों दिया गया था। इसका पूरा ब्यौरा सामने आना चाहिए। डायरी में न्यायाधीशों को भी 250 करोड़ रुपए देने का उल्लेख है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को डायरी के संबंध में सामने आ रही खबरों पर जवाब देना चाहिए।
सुरजेवाला ने कहा कि इस डायरी की जांच के संबंध में आयकर विभाग ने 2017 में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से संपर्क किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ।