मुंबई । निजी क्षेत्र में भारत के चैथे सबसे बडे बैंक येस बैंक ने शहरी विकास से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में उद्योग के पहले ‘सेवा के तौर पर सहयोगी‘ प्लेटफार्म लाॅन्च करने के लिए भारत के 10 प्रमुख स्मार्ट शहरों के साथ साझेदारी की घोषणा की है। अपने नए लॉन्च किए गए यस स्केल स्मार्ट सिटी एक्सेलेरेटर के हिस्से के रूप में, बैंक बॉश और डेल ईएमसी जैसी अग्रणी तकनीकी कंपनियों के साथ सहयोग करने के लिए दुनिया भर से स्टार्टअप को आमंत्रित कर रहा है और उन्हें गुरुग्राम, चंडीगढ़, राजकोट, सूरत, वडोदरा, औरंगाबाद, नासिक, वारंगल, करीम नगर और पुडुचेरी जैसे स्मार्ट शहरों की समस्याओं पर काम करने का आमंत्रण दिया है।
इस बारे में टिप्पणी करते हुए येस बैंक के एमडी और सीईओ राणा कपूर ने कहा की सेवा के तौर पर सहयोगी‘ दरअसल अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और शहरीकरण को एक अवसर के रूप में फिर से देखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, यह कोई समस्या नहीं है। येस स्केल स्मार्ट सिटी एक्सीलरेटर के माध्यम से येस बैंक का क्रॉस इंडस्ट्री सहयोग इन शहरों को लोगों, प्रक्रियाओं और उपकरणों के साथ सहजता से जुड़ने के लिए अभिनव समाधान के साथ सशक्त करेगा और प्रशासकों को लोगों की जरूरतों के अनुकूल तेज गति से काम करने में सक्षम बनाएगा और साथ ही राजस्व के नए स्रोतों का भी निर्माण करेगा। यह रणनीति भारत को फ्रेगाइल 5 से 5जद अमरीकी डालर की आर्थिक सुपर पावर बनाने के दिशा में काम करने के राष्ट्रीय एजेंडे से संबंधित है।‘
येस बैंक के यस स्केल स्मार्ट सिटी एक्सीलरेटर ने शहरों में अपने समाधानों को शुरू करने, विकसित करने और तैनात करने में मदद करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है और पूरे देश में आगे बडेे पैमाने पर-
* प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचा समर्थनः बाॅश और डेल ईएमसी डिजिटल सिटीज अपने समाधान को लागू करने में स्टार्टअप की सहायता के
* डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चरः एडब्ल्यूएस और गूगल क्लाउड की ओर से क्लाउड क्रेडिट्स, एनालिटिक्स टूल्स सपोर्ट।
* पीओसी सपोर्टः गैर-भुगतान पीओसी से प्रभावित भारत के 85 प्रतिशत से अधिक टेक स्टार्टअप के साथ, कार्यक्रम के दौरान पीओसी विकास के लिए 20 लाख रुपये का सपोर्ट प्रदान करता है।
* मेंटाॅरशिपः दुनियाभर के 50 से अधिक प्रौद्योगिकी और स्केलअप विशेषज्ञ।
* फंडिंग विकल्पः संबद्ध स्टार्टअप फंड पार्टनर अर्थ वेंचर्स, सीआईआईई, एंथिल, यूनिटस वेंचर्स के माध्यम से 1 मिलियन अमरीकी डालर
* वैश्विक एक्सपोजरः यूके इंडिया इनोवेशन फंड, न्यू एनर्जी नेक्सस जैसे वैश्विक प्लेटफाॅर्म भी पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, बॉश अपने संबंधित साझेदार स्मार्ट शहरों जैसे भुवनेश्वर और कोच्चि में कार्यान्वयन से संबंधित समाधान भी देखेंगे। बॉश इंडिया के हैड आॅफ स्ट्रेटेजी एंड बिजनैस डेवलपमेंट श्री अरविंद रमन ने कहा, ‘‘बॉश भारत में तकनीक-स्टार्टअप पारिस्थितिक तंत्र के साथ बहुत करीब से काम करता है। येस बैंक के साथ इस संबंध के माध्यम से, बॉश भारत के शहरों के लिए अभिनव समाधान बनाने की इस यात्रा को जारी रखने के लिए उत्साहित है। येस स्केल हमें सही स्टार्टअप के साथ जोड़ सकता है ताकि स्टार्टअप के लिए सहायता की गति और दक्षता में सुधार किया जा सके।‘‘
साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए डीएलएल ईएमसी ईएमसी के डायरेक्टर, साइबर सिक्योरिटी, डिजिटल हैल्थकेयर एंड डिजिटल सिटीज, इंडिया पब्लिक सैक्टर श्री रविंदर सिंह ने कहा, ‘‘डेल ईएमसी ईएमसी विश्व स्तरीय आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोडक्ट्स और साॅल्यूशंस की पेशकश करके स्मार्ट शहरों के लिए मूल्य बनाने पर केंद्रित है। डेल ईएमसी ईएमसी संयुक्त अभिनव समाधान तैयार करने के लिए वैश्विक स्तर पर कई स्मार्ट शहरों और स्टार्टअप के साथ मिलकर काम कर रहा है। हमें भारतीय और वैश्विक स्मार्ट शहरों दोनों के लिए अगली पीढ़ी के विशिष्ट समाधान बनाने में मदद के लिए प्रौद्योगिकी सहयोगी के रूप में येस स्केल से जुड़े होने पर गर्व है।‘‘
येस बैंक के साथी स्मार्ट शहरों ने येस स्केल स्मार्ट सिटी के माध्यम से अपने प्रशासन के लिए अद्वितीय चुनौतियों की पहचान की है। इनमें आईओटी का इस्तेमाल करते हुए वाइड डेटा कलैक्शन और एनालिटिक्स, ब्लॉकचेन और एआई, ओपन डेटा टूलकिट का विकास, वीडियो एनालिटिक्स का उपयोग करके स्मार्ट ट्रैफिक और पार्किंग मैनेजमेंट, आईओटी और सेंसर्स, इंटेलिजेंट, ऑप्टिमाइज्ड पब्लिक ट्रांजिट सिस्टम, स्वचालित शिकायत संग्रह और प्रतिक्रिया प्रबंधन, स्मार्ट लेबल के साथ इंटेलीजेंट वेस्ट मैनेजमेंट साॅल्यूशन, टिपर्स और अपशिष्ट मानचित्र, जल आपूर्ति की मीटरींग और निगरानी, स्मार्ट वायु प्रदूषण मॉनीटर और कुशल कन्वर्टर्स सहित, दिव्यांग नागरिकों की स्वचालित सहायता के लिए सेंसर, औरयूटिलिटी आदि को मैप करने और निगरानी करने के लिए केंद्रीकृत डैशबोर्ड इत्यादि शामिल हैं।
येस बैंक के बारे में
निजी क्षेत्र में भारत का चैथा सबसे बड़ा बैंक। मुंबई की लोअर परेल इनोवेशन डिस्ट्रिक्ट (एलपीआईडी) में मुख्यालय वाले बैंक की उपस्थिति भारत के सभी 29 राज्यों और 7 संघ शासित प्रदेशों में है। यह बैंक, अपने संस्थापक राणा कपूर और उनकी शीर्ष प्रबंधन टीम की पेशेवर और उद्यमी प्रतिबद्धता का सुफल है, जो भारत में भविष्य के व्यवसायों की पूर्ति के लिए एक उच्च गुणवत्ता, ग्राहक केंद्रित, सेवा संचालित, निजी भारतीय बैंक को स्थापित करने के लिए उत्सुक थे।
येस बैंक अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं, सेवा की गुणवत्ता और परिचालन उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों को अपनाए हुए है और अपने सभी मूल्यवान ग्राहकों को व्यापक बैंकिंग और वित्तीय समाधान प्रदान करता है।
बैंकिंग के लिए ज्ञान आधारित दृष्टिकोण से संचालित होने वाला येस बैंक अपने खुदरा, कॉर्पोरेट और उभरते हुए कॉर्पोरेट बैंकिंग ग्राहकों के लिए बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करता है। येस बैंक, ‘2020 तक भारत का सर्वोत्तम सुविधाओं वाला बड़ा बैंक’ बनने के दीर्घकालिक मिशन के साथ भारत के पेशेवर बैंक के रूप में विकसित हो रहा है।