मुंबई । निजी क्षेत्र भारत के चैथे सबसे बड़े बैंक, येस बैंक ने घोषणा की कि इसे अपने म्युचुअल फंड व्यवसाय को शुरू करने हेतु भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से अंतिम विनियामक अनुमोदन (पंजीकरण प्रमाण-पत्र) मिल गया है। यह स्वीकृति भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा येस बैंक को म्युचुअल फंड स्पांसर करने हेतु दिये गये अनुमोदन के बाद मिला, जिसके बाद सेबी से लिखित स्वीकृति प्राप्त हुई।
स्वीकृति प्राप्त करने के अवसर पर, येस बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राणा कपूर ने कहा की येस एस्सेट मैनेजमेंट (इंडिया) लिमिटेड (‘यामिल’) द्वारा येस बैंक की नाॅलेज बैंकिंग दक्षता और रिटेल, काॅर्पोरेट एवं संस्थागत निवेशकों के रिश्ते की पूंजी का उपयोग किया जायेगा, ताकि उनकी परिसंपत्तियों को इक्विटी और डेब्ट पूंजी बाजारों में प्रभावी तरीके से लगाया जा सके। इस रणनीतिक पहल से येस बैंक की रिटेल ऋणों एवं संपत्ति प्रबंधन रणनीति की पूरक होगी, और इससे यामिल द्वारा ‘डिजिकल’ वितरण नेटवर्क का निर्माण किया जा सकेगा, ताकि ग्राहकों को निर्बाध निवेश एवं बैंकिंग अनुभव प्रदान किया जा सके। येस बैंक की आचारनीतियों को बनाये रखते हुए, दमदार तकनीकी ढांचा, सर्वश्रेष्ठ मानव पूंजी और सर्वोत्त कोटि की सेवाओं के आधार पर यामिल का निर्माण किया जायेगा, जिससे इनके बहुमूल्य निवेशकों को बेहतरीन गुणवत्ता वाली सेवाएं उपलब्ध कराई जा सके।
यामिल, येस बैंक टाॅवर, लोअर परेल, इनोवेशन डिस्ट्रिक्ट, मुंबई स्थित येस बैंक के मुख्यालय से परिचालन करेगा। यामिल के परिचालन सेट-अप में विशाल तकनीकी आर्किटेक्चर, फंड एकाउंटिंग एवं कस्टडियन सेवाओं के लिए साझेदारियां और रजिस्ट्रार एवं ट्रांस्फर एजेंट सेवाएं पहले से शामिल हैं। बोर्ड आॅफ डाइरेक्टर्स और न्यासियों के मार्गदर्शन में परिचालन स्थापित करने हेतु एक अत्यंत सक्षम प्रबंधन टीम की भर्ती की गई है। बोर्ड आॅफ डाइरेक्टर्स एवं न्यासियों में उच्च दक्ष प्रोफेशनल्स शामिल हैं, जो अपने-अपने संबंधित क्षेत्रों में अग्रणी रहे हैं या हैं।
येस बैंक के स्थापित सेक्टरल ‘नाॅलेज बैंकिंग’ एप्रोच के जरिए बैंक विशेषीकृत वित्तीय समाधानों के जरिए अर्थव्यवस्था के प्रमुख विकास क्षेत्रों में दक्षता का निर्माण कर सकेगा। इस भिन्न क्षेत्रगत ज्ञान के माइग्रेशन से येस एस्सेट मैनेजमेंट (इंडिया) लिमिटेड – जो येस बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है – अगले 6-12 महीनों में डेब्ट और इक्विटी दोनों बाजारों के स्पेक्ट्रम में फंड पेशकशों को लाॅन्च कर सकेगा।
येस बैंक की ए.आर.टी. फिलाॅसफी – एलायंसेज ऐंड रिलेशनशिप्स ड्रिªवेन बाय टेक्नोलाॅजी के विस्तार के रूप में, यामिल द्वारा डिजिटल नवाचारों का उपयोग कर निवेशक आधार को बढ़ाने पर जोर दिया जायेगा, ताकि अनूठे, खोजपरक वित्तीय समाधान उपलब्ध कराये जा सकें और इस प्रकार, ग्राहक अनुभव में क्रांति लाई जा सके। यामिल, विशाल प्रक्रियाओं और सर्वोत्तम कोटि की मानव पूंजी द्वारा समर्थित ‘डिजिटल फस्र्ट’ वितरण नेटवर्क के निर्माण की इच्छा रखता है, ताकि म्युचुअल फंड जगत की आकर्षक एवं बढ़ते अवसर को कैप्चर किया जा सके।
यह स्वीकृति, भारतीय वित्तीय बाजारों में येस बैंक की बढ़ती मौजूदगी में एक अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धि है। बैंक को हाल ही में इसके कस्टोडियन सिक्योरिटीज बिजनेस को लाॅन्च करने के लिए सेबी से अंतिम लाइसेंस भी प्राप्त हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक के हाल के अनुमोदन के अनुसार, बैंक द्वारा लंदन और सिंगापुर में प्रतिनिधि कार्यालय भी खोले जायेंगे, जबकि यूएई के अबू धाबी में अपने प्रतिनिधि कार्यालय के जरिए यह पहले से मौजूद है।