मुंबई। केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने येस बैंक घोटाले के सिलसिले में सोमवार को यहां सात स्थानों पर छापे मारे। सीबीआई सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी बैंक संस्थापक राणा कपूर, डीएचएफएल, आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स और डीओआईटी अर्बन वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों में की गई।
जांच एजेंसी ने सात मार्च को, राणा कपूर, डीओआईटी अर्बन वेंचर्स (कपूर परिवार से जुड़ी एक कंपनी), डीएचएफएल के प्रवर्तक कपिल वाधवन और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 (बी) और 420 के साथ-साथ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एफआईआर में कहा गया है कि राणा कपूर ने कपिल वाधवन और अन्य लोगों के साथ मिलकर परिवार और खुद को कंपनियाें द्वारा लाभ पहुंचाने के लिए येस बैंक लिमिटेड से डीएचएफएल को वित्तीय सहायता प्रदान करने का आपराधिक षडयंत्र रचा।
अप्रैल से जून 2018 के दौरान येस बैंक ने डीएचएफएल की छोटी अवधि के डिबेंचर में 3,700 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके साथ ही कपिल वाधवन ने राणा कपूर और उनके परिवार के सदस्यों की कंपनी (अर्बन वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड) को डीएचएफएल द्वारा पहले दिए गए 600 करोड़ रुपए के ऋण की आड़ में 600 करोड़ रुपए का भुगतान किया।