अजमेर। छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राजस्थान के अजमेर स्थित महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा ऑनलाइन योग शिविर का आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आरपी सिंह ने इस मौके पर कहा कि योग भारतीय संस्कृति की विश्व को अमूल्य देन है। आज पूरा विश्व भारत से प्रेरणा लेकर योगाभ्यास कर रहा है। उन्होंने कहा कि योग न केवल अपने शारीरीक अंगों को जोड़ने का माध्यम है बल्कि विश्व बंधुत्व के लिए भी अहम भूमिका निभा रहा है। इस माध्यम से न केवल शारीरिक सुदृढ़ता, स्वच्छता आती है बल्कि आत्म दर्शन का भी ज्ञान होता है।
प्रो़ सिंह ने कहा कि आधुनिक विज्ञान ने योग के महत्व को स्वीकार करते हुए माना है कि योग न केवल तनाव कम करता है अपितु रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का भी काम करता है।
विश्वविद्यालय की योग प्रभारी डॉ. असीम जयंती देवी ने विश्वविद्यालय के योग विभाग को पूरे उत्तर भारत में सर्वश्रेष्ठ योग विभाग बताते हुए कहा कि यहां पर योग संबंधी पाठ्यक्रम व सुविधाएं उपलब्ध है लेकिन योग पर अनुसंधान की नितांत आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि आज के ऑनलाइन योग शिविर में 165 से ज्यादा प्राध्यापकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, छात्रों ने भाग लेकर सामूहिकता का संदेश दिया और कोरोना मुक्ति की प्रार्थना की। कुल सचिव संजय माथुर ने योग विभाग के इस प्रयास को सराहनीय बताते हुए कहा कि योग शरीर को स्वस्थ उर्जावान बनाए रखने का अचूक उपाय है।