नई दिल्ली। योगगुरु बाबा रामदेव ने देश की राजनीतिक स्थिति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के बावजूद राजनीतिक रूप से अब तक परिपक्व नहीं हो सका है।
स्वामी रामदेव ने फिक्की की महिला शाखा की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि अगले 20-25 साल में देश राजनीतिक तौर पर परिपक्व हो जाएगा और आने वाली पीढी को राजनीतिक कलंक नहीं देखना पड़ेगा।
राजनीति में अच्छी चीजें होनी चाहिए। चुनाव प्रचार तक तो वोट के लिए राजनीति ठीक है लेकिन जीतने के बाद मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक सबके होते हैं।
उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दौरान कुछ मुद्दों के आधार पर उन्होंने उसका विरोध किया था। वह भ्रष्टाचार, कालेधन तथा कुछ अन्य मुद्दों के विरोध में थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में राजनीतिक संकट था जो इस समय नहीं है।
बाबा रामदेव ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपना सब कुछ दांव पर लगा कर चुनाव प्रचार में जुटे हैं। वह कुछ न कुछ हासिल करेंगे। उन्होंने कई राजनीति दलों के नेताओं का नाम लेते हुए कहा कि वे अपनी कार्यों से राजनीति के शिखर पर गए। उन्होंने कहा कि वह सर्वदलीय और निर्दलीय हैं। जो सुख फकीरी में है वह सुख वजीरी में नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार का काम नीतियां बनाना और उसे अच्छी नियत से लागू करना है। उसे किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। सरकार खेती नहीं कर सकती है और न ही कोई सामान बेच सकती है। वह कारखाने भी नहीं चला सकती।