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राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित हुआ योग समागम - Sabguru News
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राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित हुआ योग समागम

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राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित हुआ योग समागम

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में जाने माने योगाचार्यों एवं नगर निगम ग्रेटर की महापौर सौम्य गुर्जर की मौजूदगी में योग समागम आयोजन किया गया।

ब्रह्माकुमारीज संस्था के राजयोग भवन में आयोजित योग समागम को निगम की महापौर सौम्य गुर्जर ने संबोधित करते हुए जयपुर के नागरिकों के उत्तम स्वास्थ्य शांत मन एवं आध्यात्मिक उत्थान के लिए योग शिविरों में निशुल्क एवं निस्वार्थ सेवा दे रहे संगठनों ब्रह्माकुमारी, क्रीडा भारती, पतंजलि योग समिति, योगा पीस संस्थान, गायत्री परिवार, योगास्थली, अक्षरधाम स्वामीनारायण मंदिर, अक्षय पात्र, राजस्थान स्वास्थ्य योग, एकम प्रो, रश्मि योगा हाउस, फिट योगा, जयपुर योगा लीग, नर्सरी पार्क परिवार, नमन योगा आदि का धन्यवाद किया।

उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पश्चात एक बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम में जयपुर के 2100 योग प्रेमियों को निगम सार्वजनिक रूप से अभिनंदित एवं सम्मानित करेगा। स्वयं नियमित योग कर अन्य को प्रेरित करने वाले जयपुर के योगगुरुओ, योगाचार्यों, योग प्रशिक्षकों के साथ-साथ लोक कल्याण के लिए हठयोग राजयोग भक्ति योग ज्ञान योग एवं कर्म योग के माध्यम से योग को जन-जन तक पहुंचाने वाले योग प्रवर्तक के साथ योगाभ्यास खेल प्रतियोगिताओं एवं योग फ्यूजन प्रस्तुतियों में जिला प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि प्राप्त करने वाले बच्चों को बाल योगी एवं बाल योगिनी की उपाधियों से भी नवाजा जाएगा।

निगम द्वारा प्रतिदिन हो रहे योग शिविरों की शुरुआत गायत्री परिवार द्वारा नैनो सूक्ष्म यज्ञ करवाए जाने के संबंध में कहा कि प्रकृति को योगदान मिलता है वह पवित्र होती है जिससे दिव्य और ऊर्जावरण वातावरण में योग ध्यान साधना में बड़ा सहयोग मिलता है इससे अंतर मन शुद्ध होने से आध्यात्मिक उन्नति मिलती है ऐसा व्यक्ति अपने परिवार समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में महती भूमिका निभाता है।

ब्रह्माकुमारीज जयपुर की उपक्षेत्रीय संचालिका राजयोगिनी सुषमा दीदी ने बताया कि योग का मतलब जोड़ना होता है। आज मनुष्य मनुष्य से टूट चूका है, तालमेल खो चुका है, अब समय आ गया है की हम सभी साथ मिलकर सर्वप्रथम मनुष्य को खुद से जोड़ें फिर परिवार के साथ तालमेल बिठाकर समाज से जोड़े।

उन्होंने कहा कि पाश्चात्य की दौड़ में आज का मनुष्य खुद की संस्कृति को भूल बैठा है इसलिए योग द्वारा मनुष्य को भारतीय परम्परा एवं संस्कृति से जोड़ने का जिम्मा उठाया गया है। योगा पीस संस्थान के संस्थापक एवं योग गुरु ढाकाराम ने कहा कि योग परिवार में प्रसन्नता लाता है और योग से तनाव दूर होता है। तनाव दूर रहने से रिश्तों में सुधार होगा और सुधरे हुए रिश्ते ही परिवार को सशक्त बनाते है।

पतंजलि योग समिति राजस्थान के अभिभावक कुलभूषण बैराठी ने योग के प्रयोग पर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज का युवा दिशा विहीन हो चूका है, चिंता, तनाव, भय, नकारात्मकता से घिर चूका है अतः अब युवाओं में योग एवं प्राणायम के प्रति जागृति लानी होगी।

ब्रह्माकुमारीज के वैशाली नगर सेवा केंद्र प्रभारी बीके चन्द्रकला दीदी ने बताया कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव उल्टी गिनती कार्यक्रमों की संख्या में चल रहे 21 दिवसीय जयपुर योग महोत्सव 2023 के तहत शनिवार को सांय राजयोग भवन में योग से वसुधैव कुटुम्बकम की थीम पर योग समागम संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

योग समागम में राजयोग, हठयोग, भक्ति योग, कर्मयोग आदि योग के विभिन्न मार्गों के माध्यम से योग को आगे बढ़ाने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों एवं योगाचार्यों, योग शिक्षकों एवं साधको के साथ 500 लोगों ने हिस्सा लिया। योग महोत्सव 2023 के मुख्य समन्वयक योगी मनीष भाई विजयवर्गीय ने सभी संस्थानों के प्रतिनिधियों को एक मंच पर एकत्रित करने में अहम भूमिका अदा की।