अजमेर। विश्व हिन्दू परिषद सेवा विभाग संस्कार शाला परिवार की ओर से अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को भजनगंज स्थित शिव मंदिर प्रांगण में सामूहिक योगाभ्यास और तुलसी पौधा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिला सेवा प्रमुख राजेश पाराशर ने बताया कि सामूहिक योगाभ्यास आर्य समाज के विश्वास पारीक ने कराया। उन्होंने योग के जरिए स्वस्थ रहने तथा बीमारी मुक्त जीवन जीने के गुर साझा किए। उन्होंने कहा कि परंपरागत योग को चिकित्सा पद्धति के रूप में नई पहचान मिल रही है। यह शुभ संकेत है। योग के प्रति झुकाव होना ही चाहिए। योग प्रशिक्षण शिविर में बडी संख्या में बच्चों तथा माताओं बहनों ने शिरकत की।
इस मौके पर विश्व हिन्दू परिषद के अखिल भारतीय सह मंत्री आनंद गोयल ने भी मार्ग दर्शन करते हुए कहा कि भारतीय योग को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है तथा दुनियाभर में 21 जून को योग दिवस मनाया जाने लगा है। योग शिविर में भाग लेने वाले प्रशिक्षणार्थियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक धर्मराज ने तुलसी पौधा प्रदान किया गया।
राजेश पाराशर ने बताया कि मंदिर प्रांगण में ही 30 दिवसीय श्रीमद् भवगत गीता कंठस्थ कराने का शिविर भी चल रहा है। शिविर के 25वें दिन नन्हें बच्चों ने प्रथम अध्याय आगंतुक अतिथियों के समक्ष सुनाया तो सभी चकित रह गए। ऐसे शिविर में वर्षभर आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। विहिप संस्कार शाला परिवार की ओर से पूरे साल इस तरह का निशुल्क शिविर लगाया जाएगा।
अजमेर में संस्कार शालाओं के विस्तार के तहत 18 से 20 जून तक तीन दिवसीय गैर आवासीय आचार्यों का प्रशिक्षण शिविर का भी समापन हुआ। शिविर में 12 प्रस्तावित संस्कार शालाओं के आचार्यों ने भाग लिया। सभी आचार्यों को भारत माता का चित्र भेंट किया गया तथा संस्कार शालाओं का नामकरण किया गया।