सबगुरु न्यूज। बोर्ड परीक्षाओं की दृष्टि से आज उत्तर प्रदेश के लिए खास दिन रहा। दुनिया के सबसे बड़े परीक्षा बोर्ड में शुमार यूपी बोर्ड ने आज हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम जारी किए। इस बोर्ड परीक्षा परिणाम को लेकर विद्यार्थियों को जितना बेसब्री से इंतजार था उससे कहीं अधिक उत्तर प्रदेश सरकार को भी था। परीक्षा परिणाम के बाद योगी सरकार ने इस बार नई पहल करते हुए बोर्ड परीक्षाओं के 20 मेधावियों (टॉपर्स) को ‘सड़कों’ का तोहफा दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि टॉपर्स विद्यार्थियों के नाम पर सड़कों के नाम रखे जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद घोषणा करते हुए बताया कि यूपी बोर्ड ही नहीं सीबीएसई तथा आइसीएसई बोर्ड के इंटर तथा हाईस्कूल के टॉप-10 परीक्षार्थियों के घर तक सड़क का निर्माण किया जाएगा। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यूपी बोर्ड के साथ सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के टॉप 20 छात्रों (हाईस्कूल व इंटर के 10-10) के सम्मान में उनके घर तक की सड़क को मुख्य सड़क से जोड़ा जाएगा। यही नहीं टॉपर्स के घर तक जाने वाली सड़क का नामकरण उनके नाम पर किया जाएगा। इसके अलावा टॉपर्स को लैपटॉप और एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
बोर्ड परीक्षा परिणाम निकाले जाने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी पीठ थपथपाई
प्रदेश के दूसरे उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने आज यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम के जारी होने पर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी परीक्षा परिणाम सकुशल जारी होने पर प्रदेश के शिक्षा विभाग को बधाई दी है। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि इस साल कोरोना संकट के ठीक पहले हाईस्कूल की परीक्षा 12 दिन तथा इंटरमीडिएट परीक्षा को 15 दिन में पूरा कराया जो एक रिकॉर्ड है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण के कारण घोषित लॉकडाउन के बावजूद तीन सप्ताह में दो करोड़ 96 लाख कॉपियों का मूल्यांकन करना बड़ी उपलब्धि है। दिनेश शर्मा ने कहा कि बार नकल विहीन परीक्षा हो इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे।।
उन्होंने कहा कि इस बात परीक्षा में तकनीक का पूर उपयोग किया गया। पहली बार इंटरमीडिएट में कंपर्टमेंट की व्यवस्था की गई है। जो उनुत्तीर्ण हुए हैं उन्हें भी फिर उत्तीर्ण होने का अवसर मिलेगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हाईस्कूल की परीक्षा 12 दिन तथा इंटरमीडिएट परीक्षा को 15 दिन में पूरा कराया। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए हमने हाईटेक व्यवस्था की थी।
इस बार लखनऊ से जारी किया गया यूपी बोर्ड परीक्षा का परिणाम
उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा का मुख्यालय प्रयागराज (इलाहाबाद) है। हर बार प्रयागराज से ही बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम जारी होते हैं। लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने यह परीक्षा परिणाम लखनऊ से जारी किए हैं। यहां आपको बताना चाहेंगे कि 1921 में स्थापित यूपी बोर्ड के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब रिजल्ट प्रयागराज की बजाय लखनऊ से जारी किया गया। इससे पहले बसपा सरकार में 2007 में हाईस्कूल का रिजल्ट लखनऊ से जबकि इंटरमीडिएट का रिजल्ट प्रयागराज से जारी किया गया था।
इस बार राज्य के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा लोकभवन स्थित मीडिया सेंटर से यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट केेेे परिणाम जारी किए। वहीं सरकार के इस फैसले का विरोध भी हुआ है, विपक्ष के कुछ विधायकों ने यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम लखनऊ से जारी करने पर विरोध जताया है। गौरतलब हैै कि देश और दुनिया का उत्तर प्रदेश बोर्ड सबसे बड़ा माना जाता है, इसकी परीक्षा और परिणाम निकालने को लेकर हमेशा राज्य सरकारों के लिए एक चुनौती से कम नहीं रहा।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार