सीकर । राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र की राजनीति में एक और बड़ा भूचाल उस समय आ गया जब प्रदेश के बहुचर्चित दारिया फर्जी एनकाउंटर मामले में जेल जा चुके पुलिस अधिकारी की पत्नी ने विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
हालांकि जरीना खान का राजनीति में उतरने का खुद का फैसला है। लेकिन कांग्रेस ने उन पर आरोप जड़ दिया कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर चुनाव लड़ रही हैं, ताकि मुस्लिम वोट को बांटा जा सके और इससे भाजपा को फायदा पहुंचे।
दरअसल प्रदेश के बहुचर्चित दारिया मुठभेड़ मामले में जेल जाने वाले तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरशद अली की पत्नी जरीना खान ने सीकर जिले की फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। जरीना ने बसपा से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है और उन्होंने फतेहपुर में मंगलवार को बसपा का कार्यकर्ता सम्मेलन भी करवाया।
जरीना का कहना है कि वह राजनीति में आकर फतेहपुर क्षेत्र का विकास करना चाहती हैं। जरीना का इससे पहले भाजपा से जुड़ाव रहा है और उन्होंने अपनी पंचायत के कई कामों में भाजपा नेताओं को बुलाया है और खुद के बड़े-बड़े होर्डिंग्स भी फतेहपुर में लगाए थे। इन होर्डिंग में जरीना ने खुद के साथ भाजपा नेताओं के फोटों लगाए थे, लेकिन अब उन्होंने बसपा से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इसको लेकर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है।
कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि जिन मुस्लिम बाहुल सीटों से बसपा के टिकट पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे जा रहे हैं वो सब भाजपा के इशारे पर हो रहा है। वर्तमान में सरपंच हैं जरीना खान वर्तमान में फतेहपुर की बेसवा ग्राम पंचायत की सरपंच हैं। उनके पति अरशद अली दारिया मामले में बरी होने के बाद आईपीएस में पदोन्नत हो चुके