नयी दिल्ली । असम में नागरिकता काे लेकर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के अंतिम मसौदे में करीब 40 लाख लोगों के नाम नहीं होने पर तृणमूल कांग्रेस सहित लगभग पूरे विपक्ष ने सोमवार को राज्यसभा में भारी हंगामा किया जिसके कारण शून्यकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
सुबह कार्यवाही शुरू होने पर आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखे जाने के तत्काल बाद तृणमूल कांग्रेस के सदस्य इस मुद्दे को लेकर हंगामा करने लगे। विपक्ष के अन्य दलों के सदस्य भी उनके साथ हो लिये जिससे सदन में शोर शराबा हो गया और सभापति एम वेंकैया नायडू ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
नायडू ने कहा कि इस मुद्दे पर कुछ सदस्यों ने उनसे संपर्क किया है और इस पर उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से स्पष्टीकरण मांगा है। मंत्री अभी सदन में हैं और वह इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण देंगे।
नायडू के बयान के बाद भी कांग्रेस़, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, तेलुगू देशम पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य नारेबाजी करते रहे और सदन में शोरशराबा होता रहा। इस बीच गृहमंत्री ने कहा कि कुछ लोग अनावश्यक ही भय का माहौल बना रहे हैं। यह पूरी रिपोर्ट नहीं है। यह सिर्फ मसौदा है और अंतिम सूची भी नहीं है।
सरकार ने सोमवार को एनआरसी सूची का अंतिम मसौदा जारी किया जिसमें दो करोड़ 89 लाख तीन हजार 677 लोगाें के नाम है जबकि करीब 40 लाख इस सूची में नहीं है।