जयपुर । राजस्थान में जीका वायरस पर पूरी तरह से काबू नहीं पाये जाने के कारण चिकित्सा विभाग द्वारा इसकी रोकथाम के लिए सतर्कता के साथ लोगों में जागरुरता फैलाई जा रही हैं।
राजधानी जयपुर के बाद भरतपुर जिले में भी एक जीका वायरस का मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार एवं विभाग और सतर्क हो गये हैं और सतर्कता बरतने के निर्देश के साथ डाक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ के अनुसार केन्द्र से आये दल के साथ विभाग की विभिन्न टीमें जीका वायरस को लेकर लोगों को जागरुक किया जा रहा हैं और शहरों के साथ गांव में भी जाकर प्रचार प्रसार किया जा रहा है ताकि इस पर काबू पाने के लिए सावधान रहने के साथ लोगों में इसके प्रति डर निकल सके।
सराफ ने बताया कि वायरस के मामले सामने आने के बाद केन्दीय दल तथा यहां की टीमें लगातार प्रभावित क्षेत्र में उपचार के साथ निगरानी रख रही है और राज्य सरकार इस पर अंकुश लगाने के लिए किये जा रहे उपायों में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। जयपुर के शास्त्री नगर क्षेत्र में जीका वायरस के 29 मामले सामने आने के बाद सिंधी कैम्प क्षेत्र में भी तीन मामले सामने आने के समाचार हैं। इसके अलावा भरतपुर जिले के झारौली गांव में भी एक जीका वायरस का मरीज सामने आने के बाद मेडकिल टीमें गांव पहुंची और वहां जांच शिविर लगाया गया।
भरतपुर के जिला चिकित्सा अधिकारी गोपाल राम शर्मा के अनुसार गांव में जीका वायरस के मामले में मरीज की जांच की गई और वह ठीक हैं और नौ गर्भवती महिलाओं सहित 29 लोगों के खून के नमूने जांच के लिए जयपुर भेजे गये हैं। श्री शर्मा ने बताया कि गांव में पूरी सतर्कता बरती जा रही हैं और लोगों को इसके प्रति जागरुक किया जा रहा हैं।