हरारे। जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के विश्वकप 2019 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाने के नतीजतन राष्ट्रीय टीम के संपूर्ण कोचिंग स्टाफ को अपने अपने पद से इस्तीफा देने का अल्टीमेटम दे दिया गया है, ऐसा नहीं करने पर उन्हें बोर्ड स्वयं ही बर्खास्त कर देगा, वहीं कप्तान ग्रीम क्रीमर की छुट्टी होना भी तय है।
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम को विश्वकप क्वालिफायर के सुपर सिक्स के आखिरी मैच में यूएई से तीन रन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। पहले ही वित्तीय तंगी से जूझ रहा जिम्बाब्वे बोर्ड अब टीम के विश्वकप में नहीं खेल पाने के बाद और भी परेशानी में आ गया है। फरवरी में भी उसने अपने स्टाफ को 40 फीसदी वेतन का भुगतान ही किया गया है।
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के संपूर्ण कोचिंग स्टाफ को बोर्ड की ओर से शुक्रवार दोपहर तक का समय दिया गया है कि वे सभी अपने पदों से इस्तीफा दे दें नहीं तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा। दोनों ही सूरतों में उन्हें अपनी नौकरी गंवाना तय है। वहीं रिपोर्ट के अनुसार कप्तान क्रीमर की जगह अब ब्रैंडन टेलर को टीम का नया कप्तान चुना गया है।
राष्ट्रीय कोचिंग स्टाफ में मुख्य कोच हीथ स्ट्रीक, बल्लेबाजी कोच लांच क्लूसनेर, गेंदबाजी कोच डगलर होंडो, फील्डिंग कोच वाल्टर चॉगुटा, फिटनेस कोच सीन बेल और टीम विश्लेषक स्टेनली चियोज़ा के अलावा अंडर-19 टीम के कोच स्टीफन मनगोंगो की नौकरी जाना भी तय है।
स्ट्रीक आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के भी गेंदबाजी कोच हैं और उनके अलावा कोचिंग स्टाफ के अन्य किसी सदस्य के पास नौकरी नहीं है।