हरारे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने जिम्बाब्वे में घरेलू क्रिकेट मैच अधिकारी राजन नायर को एक अंतरराष्ट्रीय मैच में फिक्सिंग कराने की कोशिश के चलते 20 साल के लिए क्रिकेट गतिविधियों से प्रतिबंधित कर दिया है।
यह घटना बीते साल अक्टूबर की है जब नायर ने जिम्बाब्वे के कप्तान ग्रीम क्रेमर को मैच फिक्सिंग करने के लिए संपर्क किया था और इसके बदले 30 हजार अमरीकी डॉलर दिलाने का वादा किया था। क्रेमर ने तुरंत इस मामले की जानकारी आईसीसी को दी थी जिसने फिर इसकी जांच कराई।
हरारे मेट्रोपोलिटन क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष और मार्केटिंग निदेशक नायर ने भी अपने खिलाफ सभी आरोपों को स्वीकार किया था। नायर को वैश्विक संस्था ने इस मामले की जांच करते हुए गत 16 जनवरी 2018 को अस्थायी तौर पर निलंबन कर दिया था और उनका 20 साल का प्रतिबंध इसी तारीख से शुरू होगा।
आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने कहा कि मैं जांच के परिणाम का स्वागत करता हूं और नायर के खिलाफ कड़ा निलंबन लगाया गया है। उनका यह प्रतिबंध नायर के अपराध की गंभीरता को दिखाता है।
उन्होंने कहा कि मैं क्रेमर को इस मामले में तत्परता और पेशेवर व्यवहार दिखाने के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं। नायर के संपर्क की सूचना उन्होंने तुरंत आईसीसी को दी और हम इस मामले में आसानी से जांच कर सके। क्रेमर पूरी जांच प्रक्रिया के दौरान सहयोग देते रहे और उन्होंने खेल में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अहम भूमिका निभाई।
जिम्बाब्वे के कप्तान ने भी इतने बड़े अधिकारी के भ्रष्टाचार में लिप्त रहने पर हैरानी जताते हुए कहा कि मैं इस बात से हैरान था कि जो व्यक्ति इस खेल से इतना करीब से जुड़ा हुआ है वह ऐसी गतिविधियों में संलिप्त है। मुझे कोई संदेह नहीं था कि मैं इसकी सूचना न दूं। हमें इस तरह की स्थितियों के लिए शिक्षित किया गया है और मुझे इससे काफी मदद मिली।