चेन्नई। तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के पल्लदम के समीप कल्लाकिनारू गांव में रविवार रात चार शराबियों ने एक परिवार के दो महिलाओं समेत चार सदस्यों की हत्या कर दी।
पुलिस ने कहा कि भाजपा के एक पदाधिकारी सेंथिलकुमार (47) ने अपनी जमीन के पिछवाड़े शराब पी रहे लोगों को वहां से चले जाने के लिए कहा। इससे नाराज शराबियों में से एक ने उस पर दरांती से हमला कर दिया। सेंथिलकुमार के परिवार के सदस्य मोहनराज, रतिनंबल और पुष्पावती उसके बचाव में आए और उन्होंने सभी की बेरहमी से हत्या कर दी। बाद में पुलिस ने एक हमलावर को गिरफ्तार किया और हत्या में शामिल तीन अन्य लोगों की तलाश जारी है।
गांव में तनाव का माहौल देखते हुए और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए नामकल, इरोड, कोयंबटूर और तिरुप्पुर जिलों से बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पांच जिलों के पुलिस अधीक्षकों सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गांव में डेरा डाले हुए हैं। स्थानीय लोगों के साथ मृतकों के परिवार ने सभी दोषियों को गिरफ्तार किए जाने तक शव लेने से इनकार कर दिया और पल्लादम में अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
घटना के विरोध में जिले और उसके आसपास के क्षेत्र में लगभग राज्य के स्वामित्व वाली टीएएसएमएसी की 25 शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया। भाजपा और अन्नाद्रमुक सहित कुछ राजनीतिक दलों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने भी इस घटना की निंदा की और कहा कि इससे पता चलता है कि राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ गई है। हत्याओं की निंदा करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ चुकी है और उन्होंने इस घटना के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि तमिलनाडु में कानून-व्यवस्था की सिथिति खराब है। भ्रष्टाचार में लिप्त द्रमुक तमिलनाडु को एक अराजक राज्य में बदलने के लिए जिम्मेदार है। भाजपा के एक पदाधिकारी और उसके परिवार के सदस्यों की कल रात बेरहमी से हत्या कर दी गई क्योंकि उन्होंने शराबियों को अपने पिछवाड़े में शराब पीने पर आपत्ति दर्ज की थी। जबकि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनका बेटा धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने में व्यस्त हैं, राज्य इस भ्रष्ट राजवंश को चुनने की कीमत चुका रहा है।