जयपुर। राजस्थान में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के शासन सचिव डा समित शर्मा ने जल जीवन मिशन (जेजेएम) परियोजनाओं में अनियमितता एवं लापरवाही बरतने पर सोमवार को पांच अभियंताओं को निलंबित कर दिया।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैयालाल चैधरी का सोमवार को दौसा जिले के दौरे के दौरान जेजेएम के तहत चल रही परियोजनाओं का विभागीय अभियन्ताओं की छह सदस्यीय टीम के साथ निरीक्षण किया।
शासन सचिव डा शर्मा ने मंत्री के निर्देशों एवं निरीक्षण के लिए साथ में गए वरिष्ठ अभियन्ताओं की रिपोर्ट के आधार पर विभाग में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति अपनाते हुए तत्काल ही खण्ड महवा के वर्तमान अधिशाषी अभियन्ता हेमन्त मीणा, तत्कालीन अधिशाषी अभियन्ता सिद्धार्थ मीणा, सहायक अभियन्ता उप खण्ड महवा नानक राम बैरवा, कनिष्ठ अभियन्ता अनुभाग मण्डावर धारा सिंह मीणा, कनिष्ठ अभियन्ता अनुभाग महवा महाराज सिंह गुर्जर को निलम्बित करने के आदेश जारी कर दिए। डॉ. समित शर्मा ने कहा कि कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि अप्रेल 2023 में तत्कालीन राज्य सभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने केन्द्रीय मंत्री जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को पत्र लिखकर महवा विधान सभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों में भ्रष्टाचार एवं अनियमितता की जांच कराने की मांग की थी। महवा विधायक राजेन्द्र मीणा द्वारा भी जलदाय मंत्री चौधरी को पत्र लिखकर महवा विधान सभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कराए गए कार्यों की जांच की मांग की गई थी।