अजमेर। अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद चित्तौड़ प्रान्त की अजयमेरु ईकाई की ओर से 74वां संविधान दिवस साथ ही अधिवक्ता दिवस भगवानगंज स्थित शहीद अविनाश माहेश्वरी आदर्श विद्या निकेतन में मनाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चित्तौड़ प्रान्त के अध्यक्ष एडवोकेट बसन्त विजयवर्गीय, विशेष आमंत्रित संतोष कांकाणी तथा मुख्यवक्ता शिक्षाविद हनुमान सिंह राठौड़ थे। मुख्यवक्ता ने संविधान में प्रावधित नागरिकों के कर्त्तव्यों की महत्ता के सम्बंध में राष्ट्रीय चिन्हों, वैदिक व्यवस्था में अधिकार और कर्तव्यों, भारत के संविधान तथा विभिन्न उपनिषदों का उद्धरण देते हुए अधिकार से कर्त्तव्यों की पालना हेतु जागरूकता पर बल दिया तथा भारत में समय समय पर संविधान में हुए संशोधनों के विषय पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में अजमेर ईकाई के उपाध्यक्ष मुनेश तिवारी ने मूल संविधान के चिन्हों के उद्देश्यों की महत्ता के साथ कर्तव्यों के पालन की महत्ता पर विचार प्रस्तुत किए तथा मूल संविधान में चित्रित देवी देवताओं के चित्रों की महिमा की व्याख्या की।
कार्यक्रम में अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जगदीश सिंह राणा, प्रांत महामंत्री उमरदान सिंह लखावत, कोषाध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, प्रान्त कार्यालय मंत्री भूपेन्द्र सिंह चौहान, कार्यकारिणी सदस्य लक्ष्मीकांत शर्मा सहित अजयमेरू ईकाई पदाधिकारी एवं अधिवक्ता उपस्थित थे।
अंत मे अजमेर ईकाई अध्यक्ष भवानी सिंह रोहिल्ला ने अधिवक्ता परिषद् की कार्यप्रणाली व देश भर में किए जा रहे कार्यो के बारे जानकारी दी तथा धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन व अतिथि परिचय अजमेर इकाई के महामंत्री भरत कुमावत दे किया।