नई दिल्ली। हर साल की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को कर्तव्य पथ अलग अंदाज में नजर आए और उनकी पगड़ी ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
मोदी विशेष मौके पर अपने खास पहनावे को लेकर चर्चा में रहते हैं और 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भी ऐसा ही हुआ। इस बार उनकी पगड़ी ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
प्रधानमंंत्री कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए सफेद कुर्ता-पायजामा के साथ भूरे रंग की बंद गला की जैकेट पहन कर पहुंचे और इस वर्ष उन्होंने सिर पर बेहद खास बांधनी बांध रखी थी। इस वर्ष उन्होंने केसरिया, गुलाबी, सफेद और पीले रंग की बांधनी प्रिंट पगड़ी बांध रखी थी।
मोदी की इस पगड़ी में केसरिया रंग प्रमुख रूप से दिखाई दे रहा था, जिसे भगवान श्रीराम का प्रिय रंग माना जाता है और यह रंग त्याग, बलिदान तथा साहस का प्रतीक है।
गौरतलब है कि मोदी हर वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर विशिष्ट पगड़ी पहनने की परंपरा को निभाते आ रहे हैं। इस वर्ष उनकी पगड़ी जोधपुरी कला को दर्शा रही थी। बांधनी या पगड़ी राजस्थान और गुजरात की पारंपरिक पोषाक का प्रतीक है।
उल्लेखनीय है कि ‘बांधनी’ प्रिंट की शुरुआत गुजरात में खत्री समुदाय द्वारा की गई थी और यह कला राजस्थान में भी अत्यंत लोकप्रिय है। ‘बांधनी’ शब्द ‘बांधना’ से उत्पन्न हुआ है, जो इस तकनीक में कपड़े को बांधकर रंगने की प्रक्रिया को दर्शाता है।
‘बांधनी’ प्रिंट राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश में विशेष अवसरों, जैसे शादी-विवाह और त्योहारों के दौरान पहना जाता है। इस प्रिंट की पगड़ियां पारंपरिक परिधानों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।