जयपुर। राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान की विकास यात्रा में हर नागरिक के सहभागी बनने का आह्वान करते हुए कहा है कि सब मिलकर प्रदेश को प्रगति की नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे।
शर्मा ने गुरूवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने समारोह में ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को नमन किया और आजादी के लिए सर्वस्व समर्पण करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया।
इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपनी जनकल्याणकारी योजनाओं, नीतियों और विकास कार्यों के माध्यम से प्रदेश के हर क्षेत्र में समृद्धि लाने के लिए कार्य कर रही है और पिछले आठ माह के अल्प समय में प्रदेश के विकास के लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं। उन्होंने हर नागरिक से प्रदेश की विकास यात्रा में सहभागी बनने का आह्वान करते हुए कहा कि हम सभी मिलकर राजस्थान को प्रगति की नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा का अधिकार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
शर्मा ने सरकार की उल्लेखनीय उपलब्धियों एवं कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार प्रदेश में सड़कों का मजबूत नेटवर्क विकसित करने जा रही है। इसके लिए आगामी पांच वर्षों में 60 हजार करोड़ रूपये खर्च कर 53 हजार किलोमीटर लम्बाई का सड़क तंत्र विकसित किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में अटल प्रगति पथ के निर्माण से लेकर शहरों को जोड़ने के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने सहित उपखण्ड, पंचायत समिति व तहसील मुख्यालय को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए टू-लेन सड़क बनाने जैसे कार्य किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन में लगभग 20 हजार 370 करोड़ रुपए की लागत से 6 वृहद पेयजल परियोजनाओं का कार्य किया जाएगा। इस वर्ष 15 हजार करोड़ रुपए व्यय कर 25 लाख ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही, अमृत 2.0 योजना में 183 शहरी क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था में सुधार के लिए 2 वर्षों में लगभग 5 हजार 180 करोड़ रुपए के कार्य किये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान में असीम संभावनाएं हैं। इसी क्रम में ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ के अंतर्गत प्रत्येक जिले में ‘आदर्श सौर ग्राम’ स्थापित किए जाएंगे। ऊर्जा क्षेत्र में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न पीएसयू के साथ 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपये के एमओयू किए गए हैं। इनमें से चार परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कैबिनेट की मंजूरी भी प्रदान कर दी गई है।
शर्मा ने कहा कि सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दूरदर्शी नीतियों और योजनाओं पर फोकस कर रही है। राजस्थान को निवेश का हब बनाने के लिए 9 से 11 दिसंबर तक ‘राइजिंग राजस्थान’ का भव्य आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के लिए भी कई नवाचार कर रही है। नई पर्यटन नीति, राजस्थान पर्यटन विकास बोर्ड का गठन करने के साथ ही राजस्थान टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर एंड कैपेसिटी बिल्डिंग फंड के माध्यम से 5 हजार करोड़ से अधिक के कार्य करवाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों के कार्य समय पर हों, उन्हें दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ें, इसके लिए सरकार सतत प्रयत्नशील है। इसी दिशा में सिंगल विंडो-सेम डे डिलीवरी सिस्टम प्रारम्भ किया जा रहा है जिसके तहत विभिन्न विभागों की 25 सेवायें 24 घंटों में प्रदान की जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईआरसीपी परियोजना पूर्वी राजस्थान में सिंचाई एवं पेयजल के लिए जीवनरेखा सिद्ध होगी। सरकार द्वारा इस दिशा में तीव्रता से कार्य करते हुए भू-अवाप्ति की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गई है तथा प्रथम चरण के कार्यादेश भी जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने 12.01 लाख मीट्रिक टन गेंहू, 3.52 लाख मीट्रिक टन सरसों, 9.92 लाख मीट्रिक टन मूंग एवं मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीद की है। साथ ही, किसानों की फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 1 हजार 466 करोड़ रूपए के बीमा क्लेम वितरित किए गए हैं। केन्द्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को 17,686 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त फसली ऋण उपलब्ध करवाया गया है। साथ ही 1 लाख नए कृषकों को केन्द्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से ब्याज मुक्त फसली ऋण प्रदान किया गया है।
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