कोलकाता/नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जिले में सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के समीप एक मालगाड़ी ने कंचनजंघा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी जिससे 9 लोगों की मौत हो गई एवं 41 से अधिक लोग घायल हो गए।
9 मृतकों में से मालगाड़ी के दो लोको पायलट, यात्री ट्रेन के गार्ड, एक आरएमएस कर्मचारी और राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के एक अधिकारी सहित पांच शवों की पहचान की गई है। घायलों में से 9 लोगों की हालत गंभीर है जबकि 32 को सामान्य चोटें आई हैं।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक यह दुर्घटना रेलवे अधिकारियों की ओर से सिग्नल की अनदेखी के कारण हुई। रेलवे बोर्ड अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जया वर्मा सिन्हा ने भी ट्रेन हादसे में 9 लोगों के मरने की पुष्टि की है।
सिन्हा ने कहा कि दुर्घटना के कारण एक्सप्रेस ट्रेन के पिछले हिस्से के चार डिब्बे और कंटेनर ट्रेन के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए। प्रथम दृष्टया मानवीय भूल इसकी वजह मानी जा रही है। शुरुआती संकेत से पता चलता है कि यह सिग्नल की अनदेखी का मामला है। पश्चिम बंगाल के लिए योजना के अनुसार कवच प्रणाली को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना सुबह करीब 8.30 बजे उस समय हुई जब अगरतला से सियालदह जा रही कंचनजंघा एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर रूकने के बाद गंतव्य के लिए रवाना हुई थी। इसी दौरान रंगापानी स्टेशन के पास उसी लाइन पर एक मालगाड़ी ने पीछे से एक्सप्रेस ट्रेन को टक्कर मार दी।
टक्कर से ट्रेन की तीन डिब्बे पटरी से उतर गई और मालगाड़ी के इंजन के ऊपर फंस गई। स्थानीय नागरिकों ने डिब्बों में फंसे यात्रियों को निकालने में मदद की। सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मृतकों में तीन रेलवे कर्मचारी हैं जिनकी कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड आशीष डे, मालगाड़ी के लोको पायलट अनिल कुमार और मालगाड़ी के एएलपी मुन्ना कुमार के रूप में हुई है। अन्य म़ृतकों की अभी पहचान नहीं की जा सकी है।
कटिहार मंडल रेल प्रबंधक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि दुर्घटना के बाद बारसोई-जलपाईगुड़ी रेल खंड पर गुवाहाटी, अगरतला और पूर्वोत्तर की कई ट्रेनें विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर फंसी हुई हैं। डिब्रूगढ़ नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, हावड़ा न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस समेत नौ ट्रेनों को न्यू जलपाईगुड़ी-सिलीगुड़ी-बागडोगरा-अलुआबाड़ी रेल खंड पर डायवर्ट किया गया है। वहीं राधिकापुर-सिलीगुड़ी इंटरसिटी एक्सप्रेस सहित दो ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
एनएफआर की बुलेटिन में कहा गया है कि एक्सप्रेस ट्रेन का अप्रभावित हिस्सा घटना के कुछ घंटों बाद 1,300 यात्रियों को लेकर आगे की यात्रा के लिए रवाना हुआ और ट्रेन में सवार प्रत्येक यात्री को भोजन के पैकेट दिए गए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल दुर्घटना पर जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो दो लाख रुपए तथा 50-50 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की है और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर अपनी पोस्ट में जानकारी दी कि मोदी ने पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो दो लाख रुपए देने की घोषणा की है तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।
मोदी ने अपनी पोस्ट में दुर्घटना पर दुख जताते हुए लिखा कि पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी भी दुर्घटनास्थल पर जा रहे हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अगरतला-सियालदह कंचनजंघा एक्सप्रेस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायल लोगों को ढाई-ढाई लाख रुपए और मामूली रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
वैष्णव ने एक्स पर कहा कि उत्तरी सीमांत रेलवे में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना। बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि एनडीआरएफ और डीएमजी ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है, हालांकि खराब मौसम के कारण निकासी प्रभावित हुई है।
बचावकर्मी क्षतिग्रस्त बोगियों के अंदर फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं। घायलों और फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए वरिष्ठ रेलवे अधिकारी मेडिकल टीमों के साथ मौके पर पहुंच चुके हैं। इस खंड पर ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स पर कहा कि अभी दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। विस्तृत जानकारी का इंतजार है। बताया जा रहा है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों और आपदा दल को डॉक्टर और एंबुलेंस के साथ चिकित्सा सहायता के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है। युद्ध स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने लिखा कि मुझे पता चला कि एक दुखद घटना में अगरतला-सियालदह कंचनजंघा एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मालगाड़ी से टक्कर में तीन डिब्बे विशेष रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। बचाव अभियान पहले ही शुरू हो चुका है। मैं इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। साहा ने त्रिपुरा के यात्री के परिजनों को दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
प्रशासन ने पीड़ितों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। न्यू बोंगाईगांव स्टेशन हेल्पलाइन नंबर 9435021417 9287998179 हैं। वहीं अलुआबारी रोड इमरजेंसी नंबर- 8170034235, किशनगंज इमरजेंसी नंबर- 7542028020 और 06456-226795, दालखोला इमरजेंसी नंबर- 8170034228 बारसोई इमरजेंसी नंबर- 7541806358 और सैमसी इमरजेंसी नंबर- 03513-265690 03513- 265692 हैं।
दुर्घटना स्थल पर फंसे यात्रियों के लिए की व्यवस्था
पूर्व रेलवे (ईआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया कि न्यू जलपाईगुड़ी के समीप ट्रेन दुर्घटना में फंसे हुए यात्रियों को वापस लाने के लिए सियालदह से आपातकालीन विशेष यात्री ट्रेन रंगापानी में दुर्घटनास्थल के लिए रवाना होगी। इसके साथ ही उत्तर बंगाल राज्य परिवहन (एनबीएसटी) फंसे हुए यात्रियों को वापस लाने के लिए 10 मैक्सी बसें चलाएगा।