शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के छह असंतुष्ट नेताओं और तीन निर्दलीय विधायकों ने शनिवार को संयुक्त बयान जारी करके कहा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आए दिन उन पर जो आरोप लगा रहे हैं, वह उन्हें कोर्ट में साबित करने होंगे क्योंकि सभी 9 नेता उनके खिलाफ अब मानहानि का दावा करने जा रहे हैं।
इन नेताओं राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, इंद्र दत्त लखनपाल, रवि ठाकुर, देवेंद्र भुट्टो चौतन्य शर्मा, होशियार सिंह, आशीष शर्मा और के. एल. ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में बहुमत खोकर सुक्खू बौखला गए हैं और उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि सत्ता के हाथ से जाते ही उनकी सरकार द्वारा जनता से की गई दगाबाजी तथा उनके मित्रों द्वारा किए गए काले कारनामे भी सामने आ जाएंगे। इन नेताओं ने तंज करते हुए कहा कि अब तो प्रदेश का बच्चा-बच्चा यह जान गया है कि मुख्यमंत्री सुक्खू के कारनामे उनके नाम के विपरीत हैं।
इन नेताओं ने कहा कि सुक्खू हिमाचल प्रदेश के सबसे अशुभ मुख्यमंत्री साबित हुए हैं, जिन्होंने सत्ता में आते ही युवाओं के लिए नौकरियों के दरवाजे बंद कर दिए, कांग्रेस के घोषणा पत्र को कूड़ेदान में फेंक दिया, जिनके कार्यकाल में एक तरफ़ आपदा आई, तो दूसरी और ख़ज़ाना ख़ाली हो गया। इन नेताओं ने तंज करते हुए कहा कि जब मित्रों पर ही खजाना लुटाया जा रहा हो तो फिर वह खाली होना ही था। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अपने मित्रों को लूट की खुली छूट दे रखी है और उनके मित्र खुलेआम लोगों से उगाही भी कर रहे हैं और करोड़ों की संपत्तियां भी खरीद रहे हैं।
इन नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री हम पर बिकाऊ होने का आरोप लगा रहे हैं लेकिन खुद उन्हें जनता को यह बताना होगा कि पिछले 14 महीनों से वह इन नौ विधायकों को लगातार जलील क्यों कर रहे थे और क्यों उनके विधानसभा क्षेत्र के काम रोक दिए गए थे। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही सारे तथ्य प्रदेश की जनता के सामने रखेंगे।
इन नौ नेताओं ने कहा कि आज सारा प्रदेश जानता है कि किस मुख्यमंत्री ने कुर्सी पाने और बचाने के लिए किसको कितने पैसे दिए है। उन्होने कहा जो खुद ऐसे काम करते हैं, वही दूसरों को लेकर ऐसी बातें करते हैं। इन नो नेताओं ने सुक्खू को अपने गिरेबान में झांकने की सलाह भी दी है।