कोलकाता/एगरा। बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के एगरा में मंगलवार को एक अवैध पटाखा कारखाने में हुए भीषण विस्फोट में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना की खुफिया जांच का आदेश जारी किया है।
बनर्जी ने घटना के तुरंत बाद राज्य सचिवालय में एक संवाददाता सम्मेलन में मृतकों के परिजनों को 2.5 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कारखाना अवैध है और दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा, भले ही वे पड़ोसी राज्य ओडिशा ही भाग जाएं।
उन्होंने कहा कि इस अवैध फायर-पटाखा कारखाना की जानकारी नहीं रखने के लिए स्थानीय थाने के कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्थानीय पार्टी विधायक मानस भुइंया और तरुण कुमार मैती को स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा जांच करने के खिलाफ नहीं है और कहा कि जिस क्षेत्र में यह घटना हुई है, वह भाजपा नियंत्रित पंचायत के अंतर्गत आता है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी आश्चर्य व्यक्त किया कि दीपावाली के दौरान गिरफ्तार किए गए कारखाने के मालिक की जमानत कैसे मंजूर हुई।
पुलिस ने कहा कि घटनास्थल से अब तक 9लाशें बरामद हुई हैं। घायलों को एगरा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। विस्फोट इतना भीषण था कि कारखाना पूरी तरह से ढह गया और शव चारों ओर बिखरे पड़े हुए थे।
इस बीच, विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया कि एगरा के सहारा गांव में स्थानीय” क्षेत्रीय टोला-मूल पार्टी के नेता कृष्णपद बाग (उर्फ भानु) के घर पर भीषण विस्फोट। मुझे जमीनी स्तर से खबर प्राप्त हो रही है कि हताहतों की संख्या बहुत ज्यादा है। तत्काल केंद्रीय बलों को तैनात किया जाना चाहिए क्योंकि पुलिस शवों को गलत रूप से स्थानांतरित कर रही है।
अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्य के राज्यपाल सीवी आनंद बोस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी को लिखा कि सबूतों से छेड़छाड़ होने से पहले इसकी जांच को जल्द से जल्द शुरू करना चाहिए।