सिरोही चिकित्सालय के बाहर किया जाम, बुजुर्ग बोलें उच्छृंखल लोगों का काम

प्रसूता विमला की मौत के बाद आंदोलित लोगों द्वारा जाम किया गया चिकित्सालय मार्ग।

सबगुरु न्यूज (परीक्षित मिश्रा)-सिरोही। मेडीकल कॉलेज से संबद्ध चिकित्सालय में चिकित्सकों की कथित लापरवाही के कारण प्रसूता की मौत के मामले में प्रजापत समाज का धरना रविवार को भी जारी रहा।

 

शांतिपूर्ण चल रहे धरने के दौरान करीब चार-पांच दर्जन युवक और महिलाएं चिकित्सालय के बाहर की सडक़ पर आकर रास्ता जाम कर दिया। इसे देखकर बुजुर्ग हतप्रभ रह गए। बाहर आकर रास्ता खाली करवाया और कहा कि कुछ उच्छृंखल लोगों ने माहौल बिगाडने के लिए ऐसा किया।

बारवेड़ा निवासी प्रसूता विमला प्रजापत को गुरुवार को चिकित्सालय में भर्ती करवाया। गुरुवार रात को ऑपरेशन के माध्यम से पुत्र हुआ। इसके आठ घंटे बाद ही उसकी मृत्यु हो गई। परिजनों के द्वारा चिकित्सकीय लापरवाही के कारण विमला की मृत्यु होने के कारण प्रजापत समाज के द्वारा चिकित्सालय परिसर पर धरना शुरू किया गया। धरने में भाजपा नेता शामिल हो गए। शनिवार को मंत्री ओटाराम देवासी समेत भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिलीपसिंह मांडाणी, नारायण देवासी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गोपाल माली,भाजपा नेताओं की मौजूदगी में प्रजापत समाज के बुजुर्गों की उपखण्ड अधिकारी सीमा खेतान और डीएसपी परसाराम चौधरी के साथ वार्ता विफल हो गई।

इसके बाद रविवार को समाज के लोगों का एकत्रिकरण की घोषणा की गई। महिला चिकित्सालय परिसर के मुख्य द्वार पर धरनास्थल पर रविवार को जिला प्रमुख अर्जन पुरोहित, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल, गणपतसिंह कैलाशनगर व अन्य भाजपा नेताओं की मौजूदगी में प्रजापत समाज का एकत्रितकरण हुआ। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार, चिकित्सालय प्रभारी डॉ एके मौर्य धरनास्थल पर वार्ता के लिए पहुंचे।

सिरोही चिकित्सालय।में धरने के दौरान समजबन्धुओं को सम्बोधित करते गोपाल प्रजापत।

इनसे चर्चा के बाद गोपाल प्रजापत ने सबको बताया कि जिला प्रशासन को समाज की ओर से इस प्रकरण में ज्ञापन में क्या मांगे बताई गई। उन्होंने बताया इस मांगों को पढक़र सुनाया। प्रजापत ने कहा कि इन मांगों के साथ यदि तुरंत प्रभाव से प्रशासन कथित दोषी चिकित्सकों को एपीओ कर देता है तो समाज का आक्रोश शांत हो जाएगा। ये सब चर्चाएं चल ही रही थी कि कुछ युवक और महिलाएं धरना स्थल को छोडक़र चिकित्सालय के बाहर की सडक़ पर आ गए। इन लोगों ने इस मार्ग को जाम कर दिया। ये देखकर शांतिपूर्ण धरना समझकर शंाति से बैठी पुलिस सक्रिय हो गई। वहीं पर खडे डीएसपी पारसराम चौधरी भी इन लोगों के पास आ गए।

चिकित्सालय जैसे आपात सेवा स्थल पर इस तरह से रास्ता जाम करके दूसरे लोगों की जिंदगी को दांव पर लगाने पर प्रशासन और आम जनता में फैलने वाले आक्रोश को प्रजापत समाज के वरिष्ठ लोग तुरंत ही भांप गए। इस बीच डीएसपी ने उच्चाअधकारियों को भी मौके की स्थिति से तुरंत अवगत करवा दिया। मौके की नजाकत भांपते हुए समाज के वरिष्ठजन सडक़ पर आए और रास्ता जाम किए हुए लोगों को अंदर ले गए।

पांच मिनट में ही रास्ता खुल गया। इनसे अंदर ले जाने के लिए सडक़ पर आए समाज के बुजुर्गों ने डीएसपी और मीडिया को बताया कि 6-7 उच्छशृंखल युवकों ने माहौल खराब किया है। इन पांच मिनट को छोडक़र शेष पूरे समय धरना शांतिपूर्ण ही रहा। इधर, धरने को समर्थन देने के लिए सिरोही शहर के प्रजापति समाज के लोग भी धरना स्थल पर पहुंचने लगे।