अजमेर। उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मंडल पर 26 जनवरी को 74वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। मुख्य आयोजन एडीएसए स्पोर्ट्स ग्राऊन्ड में किया गया। समारोह में मंडल रेल प्रबंधक राजीव धनखड़ ने ध्वजारोहण किया। समारोह के दौरान परेड, महाप्रबंधक के गणतंत्र दिवस सन्देश का वाचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा वृक्षारोपण का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार, मुख्य परियोजना प्रबंधक/गतिशक्ति अनूप शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक अरुणांशु सरकार सहित मण्डल के अधिकारी व कर्मचारी, महिला कल्याण संगठन तथा मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। मंडल के अन्य रेलवे स्टेशनों व कार्यालयों पर भी ध्वजारोहण व संस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा गणतंत्र दिवस मनाया गया।
पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन
गणतंत्र दिवस के अवसर पर अजमेर रेल म्यूजियम के प्रांगण में विधार्थियों के लिए एक पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का विषय भारतीय रेल और हम रखा गया था। जिसमें विद्यार्थियों के दो ग्रुप बनाए गए थे। प्रथम ग्रुप 6 से 10 वर्ष और द्वितीय ग्रुप 11 से 15 वर्ष के कुल 94 विद्यार्थियों ने आकर्षक पेंटिंग बनाई। जिसमें, स्टेशन प्लेटफार्म, मेट्रो रेल, भाप इंजिन, टूरिस्ट ट्रेन व बुलेट ट्रेन की पेंटिंग शामिल थी। विजेता विधार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
आकर्षण का केन्द्र बना रेल म्यूजियम
सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल के सामने नसीराबाद रोड पर स्थित रेल म्यूजियम अजमेर के लिए नया पर्यटन स्थल बन चुका है। इसमें 1853 से लेकर वर्तमान तक रेल का इतिहास संजोकर रखा गया है। रेल के इतिहास और विकास को जानने के लिए म्यूजियम हर उम्र के लोगों के लिए ज्ञान वर्धन का स्त्रोत बन गया है। खासकर बच्चों के लिए म्यूजियम में बहुत कुछ है जो थ्योरी के अलावा उन्हें प्रैक्टिकल ज्ञान भी देता है जिससे उनकी रूचि और बढ़ती है।
अजमेर के रेल म्यूजियम में कई मॉडल, मशीन, इंजन, घड़ियां सहित विभिन्न उपकरण उपलब्ध है। पूरे म्यूजियम में घूमने और जानकारी हासिल करने में करीब एक से डेढ़ घंटे का वक्त लगता है। म्यूजियम में बच्चों का सबसे आकर्षण का केंद्र टॉय ट्रेन है साथ ही झूले भी लगाए गए हैं। रेल और स्वतंत्रता आंदोलन, प्रिंटिंग प्रेस, टिकट विंडो, रेलवे ट्रैक में समय के साथ हुए बदलाव, उपकरण, तिजोरियां, क्रोकरी, रेलवे स्टेशन, सिग्नल संचार माध्यम, टिकट व्यवस्था, मीटर गेज, ब्रॉड गेज, नैरो गेज, ट्रेक और कई महत्वपूर्ण जानकारी म्यूजियम में उपलब्ध है।
म्यूजियम के भीतर ही एक प्रोजेक्टर कक्ष भी है जहां आगंतुकों को विजुअल और वॉइस ओवर के माध्यम से रेल के इतिहास और विकास की जानकारी दी जाती है। म्यूजियम में मॉडल, फोटो और उपकरणों एवं स्टीम इंजन के माध्यम से जानकारी दी जाती हैं वही इन जानकारियों को उचित तरीके से बताने के लिए मॉडल में बटन भी लगाए गए हैं जिन्हें बच्चे खुद चला कर देख पाते हैं। इससे रेल को जानने में उनकी उत्सुकता और बढ़ती है। इसके अलावा हेरिटेज सेक्शन को भी म्यूजियम में दर्शाया गया है।