तिरूवनंतपुरम। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के प्रमुख गौतम अडानी ने शुक्रवार को कहा कि पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) के बाद कंपनी के इसे वापस लेने के फैसले से कई लोगों को चौंका दिया है लेकिन 1 फरवरी को बाजार की अस्थिरता को देखते हुए बोर्ड ने दृढ़ता से महसूस किया कि एफपीओ के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा।
अडानी ने एक बयान में कहा कि एक उद्यमी के रूप में चार दशकों से अधिक की मेरी यात्रा में मुझे सभी हितधारकों विशेष रूप से निवेशक समुदाय से भारी समर्थन प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। मेरे लिए यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि मैंने जीवन में जो कुछ भी थोड़ा बहुत हासिल किया है, वह उनके विश्वास और भरोसे के कारण है।
मैं अपनी सारी सफलता का श्रेय उन्हीं को देता हूं। मेरे लिए, मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है और सब कुछ गौण है, इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ वापस ले लिया है। इस निर्णय का हमारे मौजूदा संचालन और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम परियोजनाओं के समय पर पूरा होने और वितरण पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारी कंपनी के मूल तत्व मजबूत हैं। हमारी बैलेंस शीट मजबूत है और परिसंपत्तियां मजबूत हैं। हमारा ईबीआईडीटीए स्तर और नकदी प्रवाह बहुत मजबूत रहा है और हमारे पास अपनी कर जिम्मेदारियों को पूरा करने का एक त्रुटिहीन ट्रैक रिकॉर्ड है। हम दीर्घकालिक मूल्य रचना पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि एक बार जब बाजार स्थिर हो जाएगा, हम अपनी पूंजी बाजार रणनीति की समीक्षा करेंगे। हमारा ईएसजी पर मजबूत ध्यान है और हमारा हर व्यवसाय जिम्मेदार तरीके से मूल्य पैदा करना जारी रखेगा। हमारे गवर्नेंस सिद्धांतों की सबसे मजबूत मान्यता कई अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों से आती है, जो हमने अपनी विभिन्न संस्थाओं में बनाई है। मैं इस अवसर पर हमारे निवेश बैंकरों, संस्थागत निवेशकों और देश के भीतर और बाहर के शेयरधारकों को एफपीओ को बेझिझक समर्थन देने के लिए धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह शेयरों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, कंपनी, इसके व्यवसाय और इसके प्रबंधन में आपका विश्वास हम सभी के लिए बेहद आश्वस्त और विनम्र रहा है।। हमें पूरा विश्वास है कि हमें भविष्य में भी समर्थन मिलता रहेगा। हम पर आपके विश्वास के लिए फिर से धन्यवाद।