कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक मुकुल रॉय अपने पुत्र एवं पूर्व विधायक सुभ्रंगशु रॉय की ओर से बीजपुर और एनएससीबीआई हवाईअड्डा पुलिस थाने में अपने पिता के लापता होने की शिकायत दर्ज कराए जाने के कुछ ही घंटों के अंदर मंगलवार को दिल्ली में ‘प्रकट’ हो गए।
मुकुल रॉय अपने अगले राजनीतिक कदम को लेकर जारी अटकलों के बीच सोमवार रात को बिना किसी को कुछ बताए घर से चले गए थे। इसके बाद उनके पुत्र ने बीजपुर और एनएससीबीआई हवाईअड्डा पुलिस थाने में अपने पिता के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
सुभ्रंगशु ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि सोमवार दो व्यक्ति हमारे यहां आए और मेरे पिता को ले गए। न तो मुझे पता है कि वह अब कहां हैं और न ही उनकी मंजिल। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि उनके पिता का अपहरण किया गया है। उन्होंने दावा किया कि उनके पिता डिमेंशिया से पीड़ित हैं और इसी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इसके पहले जूनियर रॉय ने कहा था कि वह अपने पिता के ढूंढने के लिए लिए सोमवार को हवाईअड्डे पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि मैंने सीआईएसएफ और हवाई अड्डे के प्रबंधक से अनुरोध किया कि मेरे पिता को किसी भी उड़ान में सवार होने पर विमान से उतार दिया जाना चाहिए। लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया।
मुकुल रॉय 2021 में कृष्णानगर उत्तर सीट से विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जीता था, लेकिन चुनाव परिणाम के बाद अपनी पुरानी पार्टी में शामिल हो गए थे। इस बीच उनका एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमे वह नई दिल्ली हवाई अड्डे से बाहर आते हुए दिखाई दिए, जहां पूर्व रेल मंत्री को एक रिपोर्टर को यह कहते हुए सुना गया कि वह कुछ व्यक्तिगत मुद्दों के कारण राष्ट्रीय राजधानी में थे, जिसके पूरा होने के बाद वह कोलकाता लौट आएंगे।
लेकिन राजनीतिक गलियारों में रॉय के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया और कुछ हलकों में यह दावा किया जा रहा है कि वह नई दिल्ली में भाजपा में वापसी कर सकते हैं। भाजपा नेता अनुपम हाजरा के फेसबुक पोस्ट प्रत्यवर्तन (वापसी) के बाद अटकलों को और हवा मिल गई है।