तखतगढ़ : बुजुर्ग ने नगरपालिका कर्मचारी की मिलीभगत से फर्जी पट्टा बनाने का लगाया आरोप

तखतगढ़(पाली)। कस्बे के महावीर बस्ती हाल जालोर के हरजी निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग ने नगरपालिका के एक कार्मिक की मिलीभगत कर स्वामित्व के भूखंड का फर्जी कागजातों से पट्टा बनाने का आरोप लगाया है।

सुमेरपुर न्यायालय मे इस्तगासे पालिका कर्मी समेंत सात सदस्यों ने खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने बताया कि महावीर बस्ती हाल हरजी निवासी पूनाराम चेनाराम कालबेलिया ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसने अपने काका के बेटे भाई का लडके जसाराम पुत्र प्रतापराम जाति कालबेलिया निवासी तखतगढ़ को रहने के लिए दिया था। जिस समय से उक्त मकान में जसाराम ही निवास कर रहा था।

जसाराम के मन में खोट आ जाने से उक्त मकान का पट्टा स्वयं के नाम से बनाने के लिए एक फर्जी पट्टा बनाने की पत्रावली तैयार कर स्टाम्प वगैरा खरीद कर नोटेरी से तस्दीक करवा कर दिनांक 12 सितबंर को नगरपालिका तखतगढ़ में जमा करवाई गई। उक्त पत्रावली के साथ फर्जी स्टाम्प पेपर, फर्जी सहमति पत्र, फर्जी मकान का फोटो, फर्जी विद्युत बिल व अन्य समस्त फर्जी दस्तावेज के साथ में पत्रावली नगरपालिका में जमा करवाई गई।

उसके बाद में नगरपालिका तखतगढ़ द्वारा प्रशासन शहरों के संग अभियान में पट्टा क्रमांक/न.पा.त/ प्र.श.सं.अ. /69-ए/ 2022-23/1559 दिनांक 10 अप्रेल का 1333 वर्गफीट का पट्टा जसाराम पुत्र प्रतापराम ने अपने नाम से जारी करवाया। जिस पट्टे पर अधिशाषी अधिकारी व अध्यक्ष नगरपालिका तखतगढ़ के हस्ताक्षर हैं। अर्थात जसाराम ने नगरपालिका तखतगढ़ में कार्यरत कर्मचारी रमेशनाथ के साथ में मिली भगत कर सांठ-गांठ कर परिवादी के मकान को स्वयं का मकान बताकर फर्जी दस्तावेज पत्रावली के साथ पेश कर जसाराम पुत्र प्रतापरा, सादगीदेवी, लच्छाराम, कालुराम, पप्पु, जगमाल कुमार ने अपना पुश्तैनी प्लॉट बताते हुऐं गलत तरीके से सहमति पत्र जसाराम के पक्ष में जारी किए।

पालिकाकर्मी रमेशनाथ ने नगरपालिका तखतगढ़ के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर परिवादी के मकान को हड़प करने की नियती से फर्जी तरीके से पट्टा बनाया गया। रिपोर्ट मे बताया कि नगरपालिका तखतगढ़ में पट्टा नहीं बनाने का प्रार्थना पत्र दिनांक 17 अप्रेल को पेश किया था। उसके बावजूद परिवार के सदस्यों व नगरपालिका तखतगढ़ के कर्मचारी रमेशनाथ द्वारा मिलीभगती कर परिवादी के आवासीय मकान का पट्टा पिछली तारीख का जारी करवा दिया।

जबकि पट्टा जारी करने से पूर्व भी आपत्ति परिवादी द्वारा फरवरी 2023 में दी थी। रिपोर्ट में बताया कि आवासीय मकान मय भूखण्ड का फर्जी तरीके से पट्टा बनाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।