बेंगलूरु। फुटबाल की दुनिया से सन्यास की अटकलों को विराम देते हुए भारत के करिश्माई स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें लगता है कि टीम को उनकी सेवाओं की जरूरत है, इसलिए फिलहाल उनका संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है।
38 वर्षीय भारतीय कप्तान ने शुक्रवार को कहा कि मुझे नहीं पता कि देश के लिए मेरा अंतिम मैच कब होगा। मैंने कभी भी लंबे समय के लक्ष्य नहीं बनाए, मैं अगले मैच के बारे में सोचता हूं, अगले 10 दिन के बारे में सोचता हूं। संन्यास तो एक न एक दिन जरूर लेना पड़ेगा मगर फिलहाल मैं उस दिन के बारे में नहीं सोचता।
छेत्री ने मौजूदा सैफ चैम्पियनशिप के तीन मैचों में पांच गोल जमाये हैं। उन्होंने कहा कि मैने खुद के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं जिनके बारे में मैं सोचता हूं। मैं टीम के लिए योगदान कर पा रहा हूं या नहीं। मैं गोल कर पा रहा हूं या नहीं, जितनी कड़ी ट्रेनिंग करना चाहता हूं, उतनी कर पाता हूं या नहीं। ये कुछ मानक हैं जो मुझे बताएंगे कि मैं इस टीम के लिए ठीक हूं या नहीं। जिस दिन मुझे लगा कि ऐसा नहीं है तो मैं खेल को अलविदा कह दूंगा क्योंकि फिर मेरे खेलने के लिए कोई और कारण नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं बता सकता कि यह (संन्यास) एक साल बाद होगा या फिर छह महीने बाद। मेरा परिवार भी इसके बारे में अटकलें लगा रहा है और जब भी वे इसका जिक्र करते हैं तो मैं मजाकिया अंदाज में उन्हें अपने आंकड़े बता देता हूं।
लेबनान के खिलाफ महत्वपूर्ण मुकाबले के बारे में उन्होंने कहा कि लेबनान मजबूत टीम है और उन्हें हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। हम पहले ही दो बार उनसे खेल चुके हैं। मुझे लगता है कि वे भी हमारे बारे में ऐसा ही सोचते होंगे और संयमित रहने की कोशिश कर रहे हैं।