आधुनिक नाट्य कला संस्थान की ओर से दो नाटकों का मंचन
अजमेर। गुडिया का ब्याह भी नहीं व बहू की विदाई के मंचन के दौरान आत्मविश्वास से भरे नन्हे बच्चों ने नाटक की मूल आत्मा को प्रकट कर देने वाली भाव भंगिमा, संवादों की तारतम्यता के जरिए दर्शकों की खूब वाह वाही लूटी। मंच पर बच्चों के आगमन से लेकर समापन तक तालियों की गूंज सुनाई पडती रही। मौका था आधुनिक नाटय कला संस्थान की ओर से शनिवार देर शाम आयोजित 25वें बाल नाट्य प्रशिक्षण शिविर के समापन का।
मोती विहार रामनगर की एक संकरी गली में मकान की छत पर बने लाखन मिनी थिएटर में अजमेर के वरिष्ठ नाट्यकर्मी लाखन सिंह के सान्निध्य में नाट्य विधा में पारंगत बच्चों ने शिविर की सिल्वर जुबली के अवसर पर दो लघु नाटकों का मंचन किया। बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति पर सीधे चोट करते लाखन सिंह लिखित गुडिया का ब्याह भी नहीं नाटक के मंचन के दौरान बाल कलाकारों ने जीवंत प्रस्तुति के जरिए कई दृश्यों के दौरान दर्शकों की आंखे नम कर दी।
इसी तरह समाज में दहेज प्रथा के कारण बहू और बेटी में किए जा रहे फर्क को रेखांकित करने वाले विनोद रस्तोगी लिखित नाटक बहू की विदाई में छिपे संदेश को बाल कलाकारों ने बखूबी दर्शकों तक पहुंचाया। दोनों नाटकों का सकारात्मक संदेश दर्शकों के लिए प्रेरणादायी रहा। नाटकों का निर्देशन लाखन सिंह व सहनिर्देशन विकल्प सिंह तथा मंच संचालन नदेन्द्र भारद्वाज ने किया। अंत में संस्था के अध्यक्ष डा हरबंश सिंह दुआ ने आगंतुक अतिथियों व दर्शकों का आभार जताया।
नाटक गुडिया का ब्याह भी नहीं में कुतिका शर्मा, इशिका साहू, जानवी साहू,हीया एस कुमार, गरिमा कोठारी, अथर्वसिंह, अनंत कोठारी, दक्षिता कोठारी, जीविका वर्मा, हेमांग वर्मा, विराज कोठारी, गरिमा जैन, मुकेश वर्मा, उत्तमचंद कोठारी, पवन जोशी, प्रिंस सैनी, आशिका भाटिया ने अभिनय किया। इसी तरह बहू की विदाई नाटक में उज्जवल मित्र, पायल टपांक, होशिका भाटिया, विकल्प सिंह, पवन जोशी ने अभिनय किया।
कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि पार्षद ज्ञान सारस्वत, वीडी भारद्वाज, सुरेन्द्र वेदी,सबगुरु न्यूज के संपादक विजय सिंह मौर्य, सुरेन्द्र सिंह, भूपेश सांखला ने भगवान नटराज की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया।