जयपुर। भारतीय अभ्युत्थान समिति के तत्वावधान में 20 अगस्त को जयपुर के मानसरोवर स्थित दीप सभागार में महिलाओं के महासम्मेलन संवर्धिनी का आयोजन होगा। यह सम्मेलन अपने आप में अनूठा होगा। यह जानकारी बुधवार को सेवा सदन में आयोजित एक प्रेस वार्ता में समिति के अध्यक्ष डॉ. रमेश अग्रवाल ने दी।
सम्मेलन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए प्रांत समन्वय संयोजिका डॉ. मंजु शर्मा ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य समाज की महिलाओं को जागृत करना है। आज हम सभी देख रहे हैं महिला उत्पीड़न या स्त्री अपराध बढ़ते जा रहे हैं। इसका प्रमुख कारण है हमारा भारतीय जीवन मूल्यों व संस्कृति से विमुख होना। हमारे जीवन मूल्य सम्पूर्णता पर आधारित हैं, जिनका आधार पारस्परिकता है। स्त्री और पुरुष को पृथक पृथक ना देखकर हम सम्पूर्णता अर्थात परिवार के रूप में देखते हैं। परिवार का केंद्र बिंदु स्त्री है।
उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों में भारत को विश्व गुरु और सोने की चिड़िया कहा गया है। यानि एक समय था जब हमारा देश परम वैभवशाली व शक्ति सम्पन्न था। समाज में महिलाओं की स्थिति उन्नत थी। एक कालखंड में विदेशी आक्रमणकारियों के आने से कुछ विसंगतियां आईं, जिन्हें हम सबको मिलकर दूर करना है। हनुमान जी की तरह ही हम अपनी शक्ति को भूल चुके हैं, जिसे पहचानकर, अपनी गरिमा, गौरव और स्त्रियोचित गुणों के प्रति गर्व एवं सम्मान का भाव रखते हुए हमें पुनः अपनी सोच और भूमिका को विस्तार देते हुए समाज और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देना है।
इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए महिलाओं के इस महासम्मेलन संवर्धिनी का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में भारतीय दर्शन में महिला व भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका जैसे विषयों पर उद्बोधन होंगे। कार्यक्रम के कुल तीन सत्रों में से पहले सत्र में मुख्य अतिथि सुमित्रा शर्मा व मुख्यवक्ता भाग्यश्री साठे होंगी। दूसरा सत्र चर्चात्मक होगा। तीसरे सत्र में मुख्य अतिथि डॉ सुनीता गुप्ता व मुख्यवक्ता पुष्पा जांगिड़ होंगी। सम्मेलन में महिला विषयक प्रदर्शनी, स्वदेशी स्टॉल्स व सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होंगे। कुछ सेल्फी प्वांइट भी बनाए गए हैं।