भारत को जानो प्रतियोगिता : 600 स्कूलों के 82000 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा

अजमेर। भारत विकास परिषद् राजस्थान मध्य प्रांत की ओर से स्कूली बच्चों के लिए देश और संस्कृति की विशेषताओं, भारत की गौरव गाथा आदि के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूली स्तर पर भारत को जानो प्रतियोगिता में विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों ने बढचढकर हिस्सा लिया।

अजमेर, भीलवाड़ा और राजसमंद जिले के 600 स्कूलों के 82000 से अधिक विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। यह प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित हुई। इसमें कनिष्ठ वर्ग कक्षा 6 से 8 के 36000 और वरिष्ठ वर्ग में कक्षा 9 से 12 के 46000 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

भारत विकास परिषद के प्रांतीय महासचिव गोविंद अग्रवाल ने बताया कि इस बार ओएमआर शीट के जरिए परीक्षा आयोजित की गई। प्रश्न पत्र की द्विभाषी रूप हिन्दी व अंग्रजी में उपलब्ध कराया गया। भारत को जानो प्रतियोगिता के प्रांतीय संयोजक डॉ हरीश बेरी के अनुसार इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति, इतिहास आदि के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करना है।

विद्यार्थियों ने पहली बार भरी ओएमआर शीट

आजकल अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में ओएमआर का ही प्रयोग होता है। कक्षा 6 से 8 के अधिकतर विद्यार्थियों ने पहले बार ओएमआर शीट भरी। इस प्रतियोगिता के माध्यम से उन्हें ओएमआर शीट भरने का अवसर मिला।

प्रतियोगिता परीक्षा परिणाम मोबाइल पर

भारत को जानो के प्रांतीय सहसंयोजक व तकनीकी विशेषज्ञ पंकज अग्रवाल ने बताया कि परीक्षार्थियों को उनके परिणाम मोबाइल पर उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह एक नवाचार है और उम्मीद व्यक्त की कि आने वाले समय में बोर्ड और विश्वविद्यालय भी अनुसरण करेंगे।

परीक्षा परिणाम सितंबर में

विद्यालय स्तर पर आयोजित इस प्रतियोगिता के परिणाम सितंबर के प्रथम सप्ताह में घोषित कर दिए जाएंगे। प्रत्येक विद्यालय में वरिष्ठ और कनिष्ठ वर्ग में प्रथम और द्वितीय आने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जाएगा तथा उन्हें शाखा स्तरीय अंतर्विद्यालय प्रतियोगिता हेतु आमंत्रित किया जाएगा।

चार स्तर पर और होगी प्रतियोगिता

प्रत्येक विद्यालय से प्रथम व द्वितीय आने वाले दो विद्यार्थियों का एक दल बनेगा जो शाखा स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेगा। शाखा स्तरीय विजेता दल प्रांत स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेगा। इस प्रकार इस प्रतियोगिता का आयोजन शाखा, प्रांत, रीजन एवं राष्ट्रीय स्तर पर होगा।

परिषद के सदस्यों की सामूहिक मेहनत रंग लाई

संस्कार प्रकल्प की इस प्रतियोगी परीक्षा में एकीकृत अजमेर जिले की 13, एकीकृत भीलवाड़ा जिले की 14 और राजसमंद जिले की एक शाखा के 3000 युगल सदस्यों का संगठित और सामूहिक रुप से योगदान रहा।

एकीकृत अजमेर जिले की 13 शाखाओं की सहभागिता रही

जिला समन्वयक दिलीप पारीक ने बताया कि अजमेर मुख्य, अजमेर आदर्श, अजमेर अरावली, ब्यावर, विवेकानंद ब्यावर, केकड़ी, किशनगढ़, प्रताप किशनगढ़, विवेकानंद किशनगढ़, विजयनगर, बांदनवाड़ा, नसीराबाद, तथा सावर शाखाओं के माध्यम से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के 300 विद्यालयों के 38 हज़ार से अधिक प्रतियोगियों ने परीक्षा दी।