सिरोही। सिरोही भाजपा ने परिवर्तन यात्रा को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। 10 सितम्बर को ये यात्रा सिरोही जिले में प्रवेश करेगी। इसे लेकर जिला समिति के गठन के बाद अब विधानसभा पर भी समितियों का गठन कर दिया है।
लेकिन, सिरोही विधानसभा में भाजपा के प्रकोष्ठों को नजरअंदाज करके जिला भाजपा के द्वारा आरएसएस के अनुषांगिक संगठन के पदाधिकारी को जवाबदेही देने से जिला भाजपा में फिर से ग़दर मच रहा है। नाराज पदाधिकारी इसे भी पसंद नापसंद के हिसाब से जिले के भाजपा पदाधिकारियों को नजरअंदाज करने का मामला मान रहे हैं। इसे लेकर जिले में नजरअंदाज किये गए प्रकोष्ठ के पदधिकारियो में रोष है और पदाधिकारियो ने प्रदेश सन्गठन को इससे अवगत करवाया है।
भाजपा की परिवर्तन यात्रा 11 सितम्बर को सिरोही विधानसभा में पहुंचेगी। इसे लेकर सिरोही विधानसभा की समिति का गठन किया गया है। इस समिति में कुछ नामों को लेकर भाजपा विधि प्रकोष्ठ में नाराजगी फैल गई। पार्टी सूत्रों के अनुसार उन्होंने जिले में अपने प्रदेश प्रतिनिधि से आपत्ति दर्ज करवाते हुए दलील दी है कि इस समय अगर हम लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा है तो फिर हमारी कार्यकारिणी को भंग कर दिया जाना चाहिए।
इसे लेकर जिले से प्रदेश तक के पदधिकारियों के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई गई। भाजपा विधि प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की आपत्ति थी कि उन्हें इसमे जगह नहीं दी गई। जबकि संघ के सन्गठन से सीधे तौर पर जुड़े पर्व पदाधिकारी को शामिल कर लिया, जो कि सन्गठन की रीति नीति से अलग है।
विधि प्रकोष्ठ का मानना है कि पूर्व पदाधिकारी के हस्तक्षेप के कारण सिरोही के कलेक्टर रोड स्थित एक कार्यालय से पसंद नापसंद के अनुसार नाम भेजकर समिति बनाई जा रही है। इससे परिवर्तन यात्रा से पूर्व एक बार फिर भाजपा में नाराजगी फैल गई है। इधर, एसटी मोर्चे ने भी आरोप लगाया है कि इस समिति में सिरोही शिवगंज विधानसभा में एसटी मोर्चे के पदाधिकारी को भी स्थान नहीं दिया गया है।