दौसा। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सोमवार को दौसा जिले के बांदीकुई में अपने पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की प्रतिमा का अनावरण किया एवं किसान सम्मेलन को संबोधित किया।
इस दौरान मंत्री मुरारी लाल मीणा, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष एवं विधायक खिलाडी लाल बैरवा, राकेश पारीक, पीआर मीणा, वेद प्रकाश सोलंकी, गजराज खटाना, दौसा जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओड एवं बड़ी संख्या में किसान एवं नौजवान मौजूद थे।
सचिन पायलट ने बांदीकुई राजकीय कॉलेज में राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण के बाद अपने संबोधन में कहा कि आप एक बटन दबाते हैं तो दो विधायक मिल जाते हैं। एक गजराज खटाना दूसरे मुरारी लाल मीणा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग पांच साल से कहां गायब थे, पांच साल में किस भाजपा नेता को आपने सड़क पर देखा, पांच साल तो इन्होंने आपसी खींचतान में निकाल दिए।अब चुनाव आ गए हैं तो रथों पर चढ़ गए हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1986 में जब सुबह इस कॉलेज का शिलान्यास होना था, उस समय हम रात 11 बजे पहुंचे। उस समय अमिताभ बच्चन भी साथ थे। हम लेट हो गए। लेकिन लोगों में उत्साह दिखा। आज भी अमिताभ बच्चन के बिना भी लोगो में वो ही उत्साह है। राजेश पायलट कहते थे कि कृषि को उद्योग का दर्जा मिलना चाहिए। उनको क्रेडिट कार्ड मिलने चाहिए।
दिल्ली की सरकार लोगों की पीड़ा नहीं सुनती है। भाषण देने और ज्ञान बांटने के अलावा केन्द्र सरकार ने कोइ काम नही किया है। गरीबों के लिए योजना हमारी सरकार ने बनाई। मनरेगा हमारी सरकार लेकर आई, शिक्षा का अधिकार हमारी सरकार लेकर आई।मोदी सरकार ने नोटबंदी कर दी, जीएसटी लगाई, हमारी सरकार मिलिजुली सरकार थी। उसमें सहयोगी दलों का दवाब होता था। लेकिन केन्द्र सरकार के पास पूर्ण बहुमत होने के बाद किसानों के खिलाफ तीन कानून बना दिए।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अग्निवीर योजना लाकर युवाओं के साथ धोखा किया गया। चुनाव आते ही अलग अलग तारीखे आ जाती है। राम मंदिर के उद्घाटन के लिए हम तो कहते है। आज ही कर दो और कोई यह पूछ लें कि टमाटर 200 रुपए किलो क्यों बिका तो उसको यह लोग पाकिस्तान चले जाने की कहते हैं। सरकारी संपत्तियो को औने-पौने दामों पर बेच दिया। लोगों का ध्यान भटकाने के लिए देश का नाम बदलने की चर्चा छेड़ दी।
उन्होंने कहा कि काला धन वापिस लाने अवैध बांग्लादेशियों को बाहर निकालने की बात कही थी लेकिन एक भी काम नहीं हुआ। उन्होंने भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा को विफल बताते हुए कहा कि यह सिर्फ ध्यान भटकाना और लोगों को भड़काना, धर्म एवं जाति की बात करना और सत्ता हासिल करना इनका काम है।