अजमेर। राजस्थान के अजमेर में अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन विधानसभा चुनावों में समाज बंधुओं को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिए जाने की मांग को लेकर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भाजपा और कांग्रेस पार्टी से अजमेर जिले से किसी वैश्य बंधु को टिकट देने की मांग की गई। ऐसा ना होने पर सर्वसम्मति से चर्चा कर निर्दलीय उम्मीदवार उतारने जैसा कडा कदम उठाने की चेतावनी भी दी गई।
अजमेर की आठ विधानसभा सीट में से न्यूनतम एक विधानसभा पर वैश्य समाज के बंधु को टिकट दिए जाने पर जोर दिया। जिला महामंत्री उमेश गर्ग ने कहा कि वैश्य समाज में लगातार आग्रह, पत्रों, साक्षात्कारों के जरिए दोनों ही राजनीतिक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को विधानसभा में उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग की जाती रही है।
आज दिनांक तक भी इस बारे में दोनों ही राजनीतिक दलों ने कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिया। इस कारण अब वैश्य महासम्मेलन मीडिया के माध्यम से वरिष्ठ नेताओं को यह संदेश दे रहा है कि यदि वैश्य समाज की उपेक्षा की गई तो समाज की उपेक्षा स्वीकार नहीं होगी और विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों के संदर्भ में ठोस नीति व निर्णय लेने के लिए समाज को बाध्य होना पड़ेगा।
मुख्य संरक्षण एवं व्यवसायी कालीचरण खंडेलवाल ने दोनों पार्टियों से अपील की कि हमारा कसूर क्या है? क्यों नहीं देते हमें विधानसभा में प्रतिनिधित्व? वैश्य समाज सभ्य है, संस्कारवान है, सबका साथ सबका विकास में विश्वास रखता है, तो क्या यह हमारी कमजोरी है कि हम बाकी समाज की तरह उग्र नहीं है, समझौता नहीं करते, यह हमारा दोष है क्या? हमें अपने स्वभाव को बदलने पर मजबूर क्यों किया जा रहा है, हम बार-बार डिमांड इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हम चाहते हैं कि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से निष्पक्ष हो।
समाज के अशोक पंसारी ने भी दोनों पार्टियों के प्रति रोष व्यक्त करते हुए कहा कि अगर राजनीतिक दलों ने हमारी उपेक्षा की तो समाज भी उनकी उपेक्षा के लिए तत्पर रहेगा। पंसारी ने कहा कि हमारी सहनशीलता को हमारी कमजोरी ना समझा जाए। अशोक छाजेड़ ने सिन्धी समाज से अपील करते हुए कहा कि आज तक वैश्य समाज ने आपके समाज बन्धु का चुनावों में सदैव समर्थन किया है, अब समय आ गया है कि जब हम अपने प्रतिनिधि के लिए विधानसभा में उचित प्रतिनिधित्व मांग रहे है तो आपको भी बड़ा दिल दिखाते हुए हमें समर्थन देना चाहिए।
कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष शैलेन्द्र अग्रवाल ने भी स्थानीय स्तर पर चुनाव लडने के इच्छुक किसी भी वैश्य समाजबंधु को प्रत्याशी बनाए जाने की पैरवी की। उन्होंने कहा कि हम आगामी विधानसभा चुनाव में दोनों ही राष्ट्रीय दलों से अजमेर जिले की सीटों के लिए प्रतिनिधित्व की मांग निरंतर करते आ रहे हैं, लेकिन दोनों ही राजनीतिक दलों की ओर से कोई सकारात्मक प्रति उत्तर प्राप्त नहीं होने के कारण वैश्य समाज खुद को ठगा सा गहसूस कर रहा है। अनुशासन के नाम पर हमारी भावनाओं, जनाधार, आत्मसम्मान का गला ना काटे और समाज को उचित प्रतिनिधित्व प्रदान करें।
समाज के सुरेश गोयल ने कहा कि प्रदेश में उपेक्षा के कारण एक ठोस कार्रवाई करते हुए निर्णय शीघ्र होने वाला है जिसका प्रभाव अजमेर की आठों सीटों पर पडऩे वाला है। उल्लेखनीय है कि अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक वासूदेव देवनानी के खिलाफ परिवर्तन की बगावत के साथ दावेदार सुभाष काबरा ने केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के समक्ष प्रदर्शन कर गुरुवार को विरोध दर्ज कराया था। उधर, कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन भी अजमेर उत्तर से अन्य उम्मीदवारों की तरह टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। प्रेस वार्ता को सूरजमल लखोटिया, समिति के कमल गंगवाल, ओमप्रकाश विजयवर्गीय, राजेंद्र मित्तल, नितिन जैन, कमल खंडेलवाल सहित अनेक समाज बंधुओ ने संबोधित किया।