कोलकाता। पश्चिम बंगाल के वन मंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता ज्योतिप्रिय मल्लिक ने अपने खिलाफ साजिश रचने के लिए भारतीय जनता पार्टी और राज्य में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर निशाना साधा है।
मल्लिक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य में कथित करोड़ों रुपए के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में 23 घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद शुक्रवार को उनके साल्ट लेक आवास से गिरफ्तार कर लिया। श्री मल्लिक ने कहा कि मैं गहरी साजिश का शिकार हूं।
ईडी गुरुवार सुबह छह बजे से मल्लिक से पूछताछ कर रही थी और आखिरकार उन्हें गुरुवार देर रात लगभग 3:23 बजे गिरफ्तार कर सीजीओ कॉम्प्लेक्स ले गई। मल्लिक को महामारी अवधि के दौरान राशन के वितरण में कथित अनियमितताओं के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
मल्लिक ने भाजपा और अधिकारी पर उनकी गिरफ्तारी के लिए गहरी साजिश रचने का आरोप लगाया। ईडी ने जांच की प्रक्रिया में सहयोग न करने के आरोप में मल्लिक को गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों ने बताया कि ईडी मल्लिक को स्वास्थ्य जांच के लिए जोका स्थित ईडीआई अस्पताल ले गई, जहां ब्लड शुगर से पीड़ित होने के कारण मंत्री के लिए पहले से ही एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। ईडी शुक्रवार को मल्लिक को शहर के बैंकशाल अदालत में पेश करेगी और उसे अपनी हिरासत में लेगी।
सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा, साल्ट लेक (कोलकाता) इलाके में मल्लिक के दो फ्लैटों, विवेकानन्द रोड (दम दम में नागर बाजार) में उनके दो अन्य फ्लैटों और नागर बाजार में भगवती पार्क में एक अन्य घर पर भी एक साथ छापेमारी की गई।
उन्होंने कहा कि वैधानिक राशन वितरण प्रणाली में कथित अनियमितताओं के मनी ट्रेल्स की जांच कर रहे ईडी को जानकारी है कि गिरफ्तार व्यवसायी बकीबुर रहमान का बंगाल, मुंबई और यहां तक कि दुबई में भी लगभग 100 करोड़ रुपए का बड़ा कारोबार है।
सूत्रों ने कहा कि बकीबुर का मल्लिक के साथ तब तालमेल था जब वह पिछली ममता बनर्जी सरकार में राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री थे। मल्लिक उत्तर 24 परगना के हाबरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के घर पर ईडी की छापेमारी को भाजपा द्वारा अपने सत्तावादी शासन के किसी भी विरोध को दबाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग बताया।
बनर्जी ने कहा कि ज्योतिप्रिया मल्लिक के घर पर ईडी की छापेमारी भाजपा द्वारा अपने सत्तावादी शासन के किसी भी विरोध को दबाने के लिए सत्ता के दुरुपयोग को साबित करती है।
उन्होंने पूछा कि कभी आपके सुप्रीमो के पोस्टर बॉय हिमांता बिस्वा से असम पीपीई किट घोटाले पर पूछा। बनर्जी ने कहा कि कोई आश्चर्य नहीं कि आप जैसे भ्रष्ट नेता ईडी की छापेमारी से बचने के लिए भाजपा में शामिल हो जाते हैं।