लखनऊ। देश के दिग्गज उद्योग समूह ‘सहारा इंडिया परिवार’ के मुखिया सुब्रत रॉय सहारा का पार्थिव शरीर बुधवार शाम उनके निवास स्थान ‘सहारा शहर’ पहुंच गया। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार दोपहर गोमतीनगर स्थित भैसाकुंड श्मशान घाट पर किया जाएगा।
रॉय का पार्थिव शरीर विशेष विमान से आज शाम करीब पांच बजे लाया गया जहां से सड़क मार्ग से काफिला सहारा शहर पहुंचा। सहारा शहर में बड़ी संख्या में मौजूद सहारा परिवार के सदस्यों (कर्मचारियों) ने ‘सहाराश्री’ अमर रहें के नारे लगाए और अश्रुपूरित नेत्रों से उनके दर्शन किए। मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और समाजवादी पार्टी महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने सहारा शहर पहुंच कर दिवंगत उद्योगपति को अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित की और निकट संबंधियों को ढांढस बंधाया।
सहारा समूह की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि सहारा इंडिया परिवार के मुख्य अभिभावक एवम् चेयरमैन सहाराश्री का निधन मुंबई में हो गया है। उनके पार्थिव शरीर को मुंबई से आज (15 नवंबर) उनके लखनऊ स्थित आवास सहारा शहर गोमतीनगर लाया जा रहा है,जहां शाम पांच बजे अंतिम दर्शनार्थ रखा जाएगा। अन्तिम संस्कार 16 नवंबर को दोपहर 12 बजे भैंसा कुंड गोमतीनगर में किया जाएगा।
गौरतलब है कि रॉय का मंगलवार देर रात मुंबई के एक अस्पताल में हृदय गति रूकने से निधन हो गया था। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह रक्तचाप और हाइपरटेंशन के अलावा कई अन्य बीमारियाें से ग्रसित थे। 12 नवंबर को तबीयत बिगड़ने पर उन्हे मुबंई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (केडीएएच) में भर्ती कराया गया था।
बिहार के अररिया जिले में 10 जून 1948 को जन्मे रॉय ने सहारा समूह की शुरुआत 1978 में गोरखपुर से की थी। माइक्रो फाइनेंस के क्षेत्र में करीब चार दशकों तक उनकी धाक रही। इस दौरान सहारा समूह का कारोबार देश विदेश में फैला। रियल एस्टेट, फाइनेंस, मीडिया, एंटरटेनमेंट, हेल्थ केयर, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी तक में सहारा समूह की चमक फैली।