पटना। लोक आस्था के महापर्व कार्तिक छठ को लेकर राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भक्तिमय हो गया है।
बिहार समेत पूरे देश में शुक्रवार को छठ महापर्व की शुरूआत हो गयी है। राजधानी पटना समेत पूरे बिहार के लोग आज अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देंगे, जिसके लिए जहां साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा और अन्य तैयारियां पूरी कर ली गई है वहीं छठ व्रतियों में उत्साह और रौनक देखते ही बन रही है। बिहार सरकार की ओर इस महापर्व को लेकर राज्य भर में व्यापक व्यवस्था की गई है। छठ की छटा आज पूरी राजधानी में छाई हुई है। घर से लेकर घाट तक, गलियों से लेकर सड़कों तक हर तरफ आकर्षक सजावट दिख रही है। पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है।
छठ को लेकर राजधानी पटना समेत पूरे बिहार के घर-घर में छठ के गीत गूंजने लगे हैं। केलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय, आदित लिहो मोर अरगिया, दरस देखाव ए दीनानाथ, उगी है सुरुजदेव, हे छठी मइया तोहर महिमा अपार, कांच ही बास के बहंगिया बहंगी लचकत जाय, गीत सुनने को मिल रहे हैं।
राज्य सरकार ने हर छठ घाट पर सुरक्षा तय करने के लिए जिला प्रशासन को आदेश दिया है। प्रमुख घाटों पर गोताखोरों के साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, जिससे किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हो। राजधानी में गंगा घाटों की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। खासकर, किसी भी तरह की कोई भगदड़ न मचे, इसका ख्याल रखने की पूरी कोशिश जिला प्रशासन कर रहा है।
पटना नगर निगम की ओर से शहर के पार्कों एवं सार्वजनिक स्थलों पर बने तालाबों में गंगाजल डाला जा रहा है। गंगाजल अस्थायी और स्थायी दोनों प्रकार की तालाबों में नि:शुल्क डाला जा रहा है। छठ घाट पर पुख्ता चिकित्सीय इंतजाम किए गएये हैं। आपात परिस्थिति में एंबुलेस की मदद ली जा सकती है।
घाटों पर व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है। घाटों पर और आने-जाने के रास्ते पर रंग-बिरंगे एलइडी बल्बों से आकर्षक सजावट के साथ-साथ रोशनी की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। व्रतियों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा गया है। प्रशासन की ओर से जहां साफ-सफाई के लिए अभियान चलाया गया है वहीं लोग अपने स्तर से मुहल्लों और गलियों में साफ-सफाई का ध्यान रख रहे हैं जिससे अर्ध्य देने के लिए जा रहे छठ व्रतियों को किसी तरह की कठिनाई न हो। घाटों पर अस्थायी कैंप के अलावा एम्बुलेंस, दवा और मेडिकल टीम की तैनाती की गई है। निर्बाध एवं सुरक्षितविद्युत आपूर्ति के लिए प्रत्येक घाट पर विद्युत अभियंताओं के नेतृत्व में विद्युत कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
पटना में 100 से ज्यादा छठ घाट तैयार किए गए हैं। छठ में भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य की राजधानी में लगभग 5000 अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, शहर के विभिन्न घाटों पर 300 से अधिक राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवान तैनात किए गए हैं। छठ व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम, शेड, शौचालय, प्रकाश टावर, कंट्रोल रूम, अस्थाई कण्ट्रोल रूम का काम पूरा हो गया, यह व्यवस्थाएं की गई हैं 24 घंटे बिजली मुहैया कराया जाएगा। घाटों पर रोशनी के लिए बड़े-बड़े हाइलोजन बल्ब लगाए गए हैं। बेहतरीन लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है।
घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। गंगा में जलस्तर को ध्यान में रखते हुए डेंजर लेवल के पहले बॉस से बैरिकेडिंग की जा रही है। नगर निगम प्रशासन की तरफ से हर छठ घाटों पर डस्टबिन बॉक्स भी लगाए गए हैं जिससे कि छठ घाटों पर कूड़ा कचरा का अंबार ना लगे। छठ महापर्व को लेकर घाटों पर आने-जाने का अलग रूट और गाड़ी पार्किंग का अलग-अलग जगह निर्धारित की गई है। पटना समेत राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। कई जगहों पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखी जा रही है। इसके अलावा, पटना के विभिन्न घाटों पर कई चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं।
पटना के जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा तथा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी तालाबों पर बेहतरीन व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है।सीसीटीवी के जरिए नजर रखी जाएगी। साथ ही बाहर से आने वाले छठव्रतियों के लिए ठहरने के लिए अस्थाई टेंट सिटी, शौचालय, पेय जल का निर्माण किया गया है।
एसडीआरएफ की टीम तैनात की गई है, हेल्प डेस्क भी बनाया गया है जिससे कोई समस्या हो तो मदद के लिए हमारे अधिकारी मौजूद रहेंगे। सभी घाटों पर रात्रि सहित 24 घंटे सुरक्षाकर्मी और मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे, जिससे किसी छठ व्रतियों को कोई असुविधा नहीं होगी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छठ के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि लोक आस्था का यह महापर्व आत्म अनुशासन का पर्व है, जिसमें लोग आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। उन्होंने लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भास्कर से राज्य की प्रगति, सुख, समृद्धि, शांति और सौहार्द्र के लिये प्रार्थना की तथा राज्यवासियों से अपील की है कि वे इस महापर्व को मिल-जुलकर आपसी प्रेम, पारस्परिक सद्भाव और शांति के साथ मनाएं।
उन्होंने छठ घाटों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि गंगा नदी के जलस्तर एवं प्रवाह को देखते हुए छठ घाटों पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रखें।छठ व्रतियों की सुरक्षा का ख्याल तो रखें ही साथ ही साथ उन्हें हर प्रकार की सहूलियत मिले यह सुनिश्चित करें। छठ व्रतियों को अर्घ में किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसका विशेष ख्याल रखें।
गौरतलब है कि छठ महापर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन कल व्रतियों ने निष्ठा और पवित्रता के साथ भगवान भाष्कर की पूजा-अर्चना करके खरना किया। भगवान भाष्कर को गुड़ मिश्रित खीर और घी की रोटी का भोग लगाकर स्वयं भी ग्रहण किया। साथ ही भाई-बंधु, मित्र और परिचितों में खरना प्रसाद बांटा। आज अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। कल उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के बाद पारण के साथ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान पूरा हो जाएगा।